कब्रिस्तानों और श्मसानों के बाउंड्रीवाल आखिर कब बनेंगे

रसड़ा (बलिया)| सपा सरकार द्वारा कब्रिस्तान एवं श्मसान घाटों का बाउंड्रीवाल किए जाने की घोषणा रसड़ा क्षेत्र में बेमतलब ही साबित हो रही है. क्षेत्र के दर्जनों मुस्लिम बाहुल्य गांव ऐसे हैं, जहां के कब्रिस्तानों का सीमांकन न किए जाने से उनका अस्तित्व खतरे में है.

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क्षेत्र के रसड़ा बाहरी, गढ़िया, कोटवारी, टिकादेवरी, नागपुरा, नागपुर, पचवार, अठिलापुरा आदि दर्जनो ऐसे गांव हैं, जहां के कब्रिस्तान बाउंड्रीवाल बनने की बाट की खोज रहे हैं. गढ़िया के ग्रामीणों ने सपा के कदावर नेता दर्जा प्राप्त मंत्री सनातन पाण्डेय को बाउंड्रीवाल बनवाने के लिए पत्रक सौपा था. जिस पर सनातन पाण्डेय द्वारा ग्रामीणों का दिया गया आश्वासन कब तक रंग लाता है, यह तो वक्त ही बताएगा. गढ़िया के ग्रामीणों का कब्रिस्तान का सीमांकन कर बाउंड्रीवाल होने का सपना कब पूरा होता है. फिलहाल इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है. सूत्रों की माने तो सरकार द्वारा भेजे गए पैसों को कागजों में बाउंड्रीवाल को पूर्ण दिखाकर पैसों का बंटरबाट कर लिया गया है. अगर ऐसा है तो यह गम्भीर विषय है. इसकी जांच होनी चाहिए तथा दोषियों की सजा मिलनी चाहिये.

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