बलिया. चाइल्ड लाइन बलिया और ब्रेकथ्रू इंडिया संस्था के सहयोग से एक वेबीनार का आयोजन हुआ और इसमें महिलाओं के प्रति हिंसा और यौन उत्पीड़न को रोकने के लिए 5डी फॉर्मूला के बारे में बताया गया. वेबीनार में कहा गया कि महिलाओं से सार्वजनिक स्थानों पर होने वाली हिंसा, पीड़ित के मन पर बहुत बुरा प्रभाव डालती है. सार्वजनिक स्थानों पर होने वाली हिंसा को रोकने के लिए समाज को आगे आना होगा.
चाइल्ड लाइन से प्रोग्राम मैनेजर अभिषेक ने बताया कि किस प्रकार से सड़कों पर यौन उत्पीड़न की घटना को लोग ध्यान नहीं देते और अक्सर उसे अनदेखा कर देते हैं. सामाजिक कार्यकर्ता मजहर रशीदी ने इस कार्यशाला के दौरान कहा कि समाज के प्रत्येक वर्ग को इस कुप्रथा को रोकने के लिए प्रयास करना होगा. कार्यशाला के प्रशिक्षक शांतनु और सना ने कहा कि ब्रेकथ्रू एक वैश्विक मानवाधिकार संगठन है जो महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा को समाप्त करने के लिए पिछले 20 वर्षो से काम कर रहा है, जिसके अंतर्गत महिलाओं के खिलाफ हिंसा, कामुकता और एचआईवी/एड्स, अप्रवासी अधिकार और नस्लीय न्याय शामिल हैं.
उन्होंने कहा कि ब्रेकथ्रू एक ऐसी दुनिया की कल्पना करता है जिसमें सभी लोग अपने मानवाधिकारों का आनंद लें और सम्मान, समानता, न्याय के साथ रहें. हम महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा और भेदभाव को अस्वीकार्य बनाकर इस दुनिया का निर्माण कर सकते हैं.ब्रेकथ्रू का मिशन महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा को रोकने के लिए उन मानदंडों और संस्कृतियों को बदलना है जो इसे सक्षम करते हैं.
उन्होंने विभिन्न उदाहरणों, वीडियो शो के माध्यम से सार्वजनिक स्थानों पर होने वाली हिंसा को रोकने के लिए 5डी का फार्मूला बताया, जिसमें डिस्ट्रैक्ट (ध्यान बांटना), डेलीगेट (किसी दूसरे की सहायता लेना), डॉक्यूमेंट (रिकॉर्ड रखना), डिले (रुकावट डालना), डायरेक्ट (सीधे तौर पर रोकना) शामिल है. इसके माध्यम से हम इस प्रकार की घटनाओं पर रोक लगा सकते हैं.इस कार्यक्रम में दिल्ली,मध्य प्रदेश,राजस्थान,जम्मू और कश्मीर तथा उत्तर प्रदेश से भी लोगों ने प्रतिभाग किया .