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मझौवां(बलिया)। सूघर छपरा ढाले पर चल रहे कटान पीड़ितो का अनशन 5 घंटे बाद एसडीम बैरिया राधेश्याम पाठक के आश्वासन के बाद समाप्त हो गया. एसडीम ने कहा कि कटान पीड़ितों की गृह अनुदान की मांग को 15 दिनों के भीतर पूरा करने का प्रयास करूँगा. अनशन पर बैठें लोगो ने कहा कि 15 दिन के भीतर गृह अनुदान नहीं मिला तो अमरण अनशन पुनः 22 जनवरी 2018 को फिर से शुरू हो जाएगा.
ज्ञात रहे कि बैरिया तहसील अंतर्गत ग्राम सभा केहरपुर के कटान पीड़ित गृह अनुदान की मांग को लेकर ग्रामवासी शनिवार की सुबह 10 बजे से सुघर छपरा ढाले पर आमरण अनशन पर बैठ गए. उनका कहना था कि सन 2016 में हम सभी की जमीन गंगा के कटान में विलीन हो गयी. उस समय एसडीएम, तहसीलदार ने गृह अनुदान के लिये लेखपाल को सूची बनाने को कहा था. लेखपाल ने लगभग 117 लोंगो की सूची बना कर तहसील प्रशासन को दे भी दिया था. जिसकी संस्तुति हो गयी है. लेकिन आज तक तहसील प्रशासन कटान पीड़ितों को केवल झूठा आश्वासन और बजट नही होने का रोना रो रहा है.
आमरण अनशन सभा को संबोधित करते हुए पूर्व प्रधान नागेन्द्र सिंह ने कहा कि कटान पीड़ितों की मांगें जायज हैं. अनशन पर बैठने वाले लोगो में केपी मिश्र, त्रिलोकी सिंह, नागेन्द्र सिंह पूर्व प्रधान, वीरेंद्र सिंह नवल किशोर मिश्र, अशोक कुमार मिश्र श्याम नारायण मिश्र दया शंकर मिश्र लालन मिश्र प्यारे लाल शर्मा मुन्ना लाल शर्मा नारायण सिंह सुरेश सिंह रविन्द्र सिंह बरमेश्वर कमकर, बरमेश्वर ठाकुर, धनी लाल कमकर, वीरेन्द्र सिंह आदि थे. ।