बलिया में बीते 24 घंटे में 45 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव, लॉकडाउन अब 21 जुलाई तक

उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में एक बार फिर से लॉकडाउन की घोषणा की

कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में एक बार फिर से लॉकडाउन की घोषणा कर दी है. 10 जुलाई की रात 10 बजे से लेकर 13 जुलाई की सुबह पांच बजे तक राज्य में लॉकडाउन लागू रहेगा. इस दौरान सिर्फ आवश्यक सामान की दुकानें और अस्पताल ही खुले रहेंगे. बाकी की सभी चीजों पर पाबंदी रहेगी. गुरुवार की ही राज्य में रिकॉर्ड 1248 नए मामले दर्ज हुए हैं. इसके साथ ही संक्रमितों की संख्या 32 हजार 362 हो गई है. हालांकि राज्य में कोरोना मरीजों की रिकवरी रेट अन्य राज्यों के मुकाबले ठीक हैं. राज्य में फिलहाल 10 हजार से अधिक सक्रिय मामले हैं और कोरोना से मरने वालों की संख्या 862 है.

बलिया में बीते 24 घंटे में 45 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने से खलबली है. यहां कुल पॉजिटिव 315 हो गई हैं. दो लोगों की मौत हो चुकी है. इसमें केवल 123 ही स्वस्थ होकर घर लौटे हैं. एक्टिव मरीजों की संख्या 190 है. बलिया में पिछले एक हफ्ते से लगातार पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ रही है. इसी को देखते हुए तीन जुलाई से सख्ती शुरू की गई थी. अब यह सख्ती 21 जुलाई तक बढ़ा दी गई है.

शहर कोतवाली के उमरगंज में एक, जापलिनगंज में एक, बनकटा में एक, विजयीपुर में एक, बेदुआ में एक, एससी कालेज चौराहा में एक, लक्ष्मी मार्केट में दो, फेफना थाना के भगवानपुर में एक, दुबहर थाना के शिवपुर दियर नई बस्ती में दो, मुरली छपरा ब्लाक के सूर्यभानपुर में एक व धतुरी टोला में एक पॉजिटिव केस मिला हैं. इसके अलावा गुरुवार की शाम 32 नए और मरीज मिले हैं.

https://www.facebook.com/roshan.jaiswal.3785/videos/1605091086335440/?t=1

कोरोना मरीजों की लगातार बढ़ रही तादाद और बलिया सिटी में 29 हॉटस्पाट के मद्देनजर जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने यह फैसला किया. यह लॉकडाउन काफी सख्त होगा. शहर में पुलिस का कड़ा पहरा होगा. दोपहिया और चार पहिया निजी वाहन से शहर में निकलने पर पाबंदी होगी. आवश्यक वस्तु की दुकानें भी समय से खुलेगी, जिसकी सूची जारी होगी.

शुक्रवार की रात 10 बजे से लागू होने वाली इस बन्दी के बाबत गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में प्रेसवार्ता के दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि पिछली बंदी में सभी दुकानों को खोलने की अनुमति थी, लेकिन इस बार चिन्हित दुकानें ही खुलेंगी. मोहल्लावार इसकी सूची बनाई जा रही है, जो शुक्रवार को जारी की जाएगी. चिन्हित दुकानें भी सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक ही खुल सकेंगी. दुकानदारों को मास्क, सैनिटाइजर व सोशल डिस्टेंस का पूरा ख्याल रखना होगा.

अधिकारी-कर्मचारी भी अपने काम काज वर्क फ्रॉम होम के जरिए निबटाएंगे

जिलाधिकारी ने बताया कि आवश्यक सेवाओं से जुड़े सरकारी संस्थानों को छोड़ बाकी सभी कार्यालय बंद रहेंगे. अधिकारी-कर्मचारी भी अपने काम काज वर्क फ्रॉम होम के जरिए निबटाएंगे. बताया कि बन्दी के बीच चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, जिला प्रशासन, पुलिस, नगर विकास, खाद्य एवं आपूर्ति, डाक विभाग, अग्निशमन, ई-कॉमर्स, मीडिया और हाकर्स, पेट्रोल पंप, गैस सर्विस से संबंधित कार्यालय व गतिविधियां ही जारी रह सकेंगी.

प्राइवेट गाड़ियों पर भी प्रतिबंध

उन्होंने कहा कि किसी भी वाहन के लिए शहर व इसके आसपास का इलाका पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा. सार्वजनिक वाहन जैसे टैक्सी, जीप, टेंपो, ई-रिक्शा आदि तो पहले से ही बंद थे, अब व्यक्तिगत वाहन पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है. आवश्यक सेवाओं में लगे कार्मिक भी अपनी आईडी या वाहन पास लेकर ही चल सकेंगे. एनएच के जरिए जनपद से बाहर जाने वाले वाहन ही जा सकेंगे.

कोई फालतू घूमता हुआ मिला तो उसका वाहन सीज तो होगा

जिलाधिकारी ने अपील की है कि दवा-इलाज कराने या बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें. अन्यथा अब पुलिस भी सख्ती से निपटेगी. सड़क पर कोई फालतू वाहन न चले, इसके लिए पुलिस महकमे को निर्देश दे दिया गया है. प्रवर्तन कार्य तेज होगा. मास्क नहीं लगाने वालों पर 500 जुर्माना लगेगा. अगर कोई फालतू घूमता हुआ मिला तो उसका वाहन सीज तो होगा ही, एफआईआर भी दर्ज होगी. शहर व इसके आसपास के प्रतिबंधित इलाके में कोई भी वाहन नहीं चलेगा.

सर्वे में 64 हजार आबादी कवर हुई

जिलाधिकारी ने कहा कि एक हफ्ते में स्थिति और गंभीर हुई है. हफ्ते दिन पहले बन्दी कर घर-घर सर्वे कराने का निर्णय महत्वपूर्ण रहा. सर्वे में मिले लक्षण व अन्य जानकारी के हिसाब से जांच हुई और पॉजिटिव केस सामने भी आए. बताया कि अब तक 64 हजार जनसंख्या कवर हुई है. एक लाख से ज्यादा लोगों को अभी आच्छादित करना है. इसीलिए इस लॉकडाउन को बढ़ाने की जरूरत महसूस हुई.

बुखार, सर्दी, खांसी या सांस लेने में तकलीफ की दवा लेना हो तो….

जिलाधिकारी ने आदेश दिया है कि मेडिकल की हर दुकानों पर एक रजिस्टर मेंटेन करना होगा. अगर कोई बुखार, सर्दी, खांसी या सांस लेने में तकलीफ की दवा ले रहा है तो उसका नाम, पता और मोबाइल नंबर उस रजिस्टर में दर्ज करेंगे. उसकी प्रतिदिन की रिपोर्ट ड्रग निरीक्षक और अभिहित खाद्य सुरक्षा अधिकारी को देना होगा. ड्रग विभाग इस आदेश का सख्ती से अनुपालन कराएगा.

सुपर कंटेन्मेंट जोन के हिसाब से होगी सख्ती

डीएम ने बताया कि वर्तमान में शहर में 29 कंटेनमेंट जोन कलस्टर हैं, यानी एक जोन के कई घर में पॉजिटिव केस हैं. ऐसे में यहां सुपर कंटेन्मेंट जोन की व्यवस्था लागू होगी, जिसके अनुसार 500 मीटर की दूरी पूरी तरह सील रहेगी और उसके बाद ढाई सौ मीटर तक बफर जोन होगा. शासन की मंशा के अनुसार, इन इलाकों में सख्ती होगी.

लक्ष्य है हर घर तक सर्वे टीम पहुंचे

जिलाधिकारी ने बताया कि हमारा उद्देश्य है, हर घर व हर एक व्यक्ति तक हमारी सर्वे करने वाली टीम पहुंचे. जिले में कुल 835 टीमें बनी है, जिनमें 34 सिर्फ बलिया शहर में काम कर रही है. इस दौरान तीन तरह के लोगों पर टीम का विशेष फोकस है. पहला, कोई किसी पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में रहा हो, दूसरा किसी को बुखार, खांसी व सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण हों और तीसरा लम्बी बीमारी से ग्रस्त कोई है तो उन्हें चिन्हित कर अनिवार्य रूप से सैम्पलिंग करानी है. अगर कोई पॉजिटिव मिलेगा तो उसे एल-1 फैसिलिटी सेंटर में रखा जाना है. लोगों से भी अपील की है कि अपने घरों में ही रहें और सर्व टीम को सही-सही जानकारी दें.

सिर्फ 8 जुलाई को ही 150 से अधिक केस आए

जिलाधिकारी ने बताया कि इस बन्दी का एकमात्र उद्देश्य हर पॉजिटिव व्यक्ति को चिन्हित कर लेना है. इसको लेकर कोई भी परेशान नहीं होगी. किसी भी सामान की कमी नहीं होगी. ऐसी व्यवस्था होगी कि आसानी से लोगों तक हर जरूरी सामान पहुंच जाएगा. बताया कि हफ्ते दिन पहले शहर में 42 केस थे, लेकिन इसमें बहुत तेजी से वृद्धि हुई. सिर्फ 8 जुलाई को ही 150 से अधिक केस आए, जो चिंता का विषय है. अब लोगों को और गंभीर होने की जरूरत है.

एल-1 फैसिलिटी सेंटर के रूप में 5 अस्पताल तैयार हैं

जिलाधिकारी ने बताया कि पर्याप्त बेड की उपलब्धता पर हमारा पहले से ही ध्यान था. एल-1 फैसिलिटी सेंटर के रूप में 5 अस्पताल तैयार हैं. वर्तमान में सीएचसी बसंतपुर और शांति मेडिकल कॉलेज में मरीज हैं और शुक्रवार से सीएससी फेफना पर भी मरीज शिफ्ट होने लगेंगे. इसके अलावा एहतियात के तौर पर राजकीय महिला महाविद्यालय नगवां (कम से कम 150 की क्षमता) और निर्माणधीन सीएचसी सुखपुरा में भी हमारी तैयारी हो रही है. उन्होंने कहा कि व्यवस्था को लेकर कुछ दिक्कतें थी, लेकिन साथ में भ्रांतियां भी थी. हालांकि कुछ शिकायतें सही मिली, जिसमें सुधार कर लिया गया है. डीएम ने कहा, मै खुद मरीजों से वार्ता करता रहता हूँ, फिलहाल किसी की कोई शिकायत नहीं है. प्रेसवार्ता के दौरान संयुक्त मजिस्ट्रेट विपिन कुमार जैन और अपर पुलिस अधीक्षक संजय कुमार भी मौजूद थे.

This post is sponsored by ‘Mem-Saab & Zindagi LIVE’