

बलिया लाइव ब्यूरो
बलिया। परिषदीय स्कूलों में चल रही 15 हजार सहायक अध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया न सिर्फ पूरी हुई, बल्कि नवनियुक्त शिक्षकों के घर नियुक्ति पत्र पहुंचाने वाला बलिया प्रदेश का पहला जनपद बन गया. बीएसए डॉ. राकेश सिंह के नेतृत्व में कर्मचारियों ने दिन-रात एक कर नियुक्ति पत्र तैयार किया, जिसे मंगलवार को सभी ब्लाकों के एबीआरसी के माध्यम से नवनियुक्त शिक्षकों के घर पहुंचाया गया. अपनी दहलीज पर नियुक्ति का आदेश पाकर नवनियुक्त शिक्षकों की खुशी न सिर्फ दोगुनी हो गयी, बल्कि उत्साह सातवें आसमान पर था। हो भी क्यों न? आखिर सुअवसर खुद उनके चौखट पर दस्तक दे रहा है.
बलिया बना यूपी में नंबर वन

अभिभावकों की खुशी भी देखने लायक थी. 15 हजार सहायक अध्यापकों में जनपद को 400 नए शिक्षक मिले. काउन्सिलिंग के दौरान ही बीएसए ने यह तय कर रखा था कि इन नवनियुक्त शिक्षकों को घर-घर नियुक्ति पत्र पहुंचाया जाएगा. इसी अनुरूप आफिस के कर्मचारियों ने तैयारी भी की. मंगलवार को जनपद इन सभी शिक्षकों को नियुक्ति पत्र एबीआरसी के माध्यम से उनकी दहलीज पर पहुंचाकर प्रदेश का संभवत: पहला ऐसा जनपद बना, जो सिर्फ इतना जल्द नियुक्ति पत्र वितरित किया हो, बल्कि घर-घर पहुंचाया हो. इसी दरम्यान शिक्षा क्षेत्र रेवती अंतर्गत रेवती कस्बा निवासी व ब्लाक स्काउट शिक्षक धर्मेन्द्र कुमार ओझा व मीना ओझा की दो पुत्रियों दिव्या ओझा व आकांक्षा ओझा को नियुक्ति पत्र देने के लिए एबीआरसी दिनेश वर्मा, प्रेमजी चौबे, अरविन्द पांडेय तथा प्रदीप शुक्ल पहुंचे. एक बारगी तो अभ्यर्थियों सहित परिजनों को विश्वास ही नहीं हुआ कि खुशी इस कदर चलकर दर पर आती है, लेकिन कुछ ही देर में यह हकीकत बन बैठा. नियुक्ति पत्र पाकर खुशी से झूम उठी सगी बहनें.