बर्खास्त सपाई मंत्री के इशारे पर ऐसा किया गया-उपेंद्र तिवारी

बलिया। नरही कांड ने ब्रितानिया हुकूमत की याद दिला दी. सपा सरकार से बर्खास्त एक मंत्री के इशारे पर ऐसा किया गया. ऐसा कहना है भाजपा विधायक उपेंद्र तिवारी का. श्री तिवारी ने कहा कि पुलिस फायरिंग का टारगेट मैं ही था, परंतु गोली जाकर भाजपा ब्लाक अध्यक्ष विनोद राय को लगी. कई लोग घायल हैं. कुछ घायलों का इलाज चल रहा है. तिवारी ने कहा कि मेरी पूरी हमदर्दी भाजपा नेता स्वर्गीय विनोद राय के साथ है. उनके परिवार का पार्टी ख्याल रखेगी.

इसे भी पढ़ें – नरही में हुई हिंसा और पुलिस फायरिंग से जुड़ी 5 खास बातें

शुक्रवार की देर रात नरहीं थाने के सामने हुई पुलिसिया कार्यवाई के पश्चात लोगों की निगाहें फेफना विधायक उपेन्द्र तिवारी की खोज रही थी. लेकिन उनका कहीं अता पता नहीं था. न तो वे जिला अस्पताल में दिखे और न ही आवास पर. परिजनों ने बनारस में इलाज करा रहे बताया. सस्पेंस बरकरार था कि तब तक रविवार को उनका आगमन अपने टैगोर नगर स्थित आवास पर हुआ. आतें ही उन्होंने प्रेसवार्ता के लिए मीडिया को आमंत्रित कर पूरे प्रकरण पर प्रकाश डाला.

इसे भी पढ़ें – रेवती में दुष्कर्म का विरोध करने पर गर्भवती को चाकू घोंपा

श्री तिवारी ने कहा कि नरहीं पुलिस असली पशु तस्करों को संरक्षण देकर भ्रष्टाचार में लिप्त है. वहीं पशु पालकों को पशु तस्कर बताकर उत्पीड़न कर रही है. कहा कि पुलिस द्वारा आरोपित चन्द्रमा यादव बहुत पहले से ही पशुओं को पालने का काम करते हैं. व्यवसाय के रूप में पशुओं को खरीदने तथा बेचने का भी काम करते है. उस दिन भी वे जिला पंचायत संत कबीर नगर द्वारा आयोजित पशु मेले से गायों को खरीद कर लाये थे. उन्होंने मेला प्रबन्धक द्वारा रसीद संख्या-4631  से 4635 की मूल प्रतियां भी पुलिस को दिखाई थी. लेकिन पुलिस पर कुछ और ही धुन सवार थी.

इसे भी पढ़ें – नरही कांड – भाजपा ने गठित की जांच समिति

वह धुन की पैसे की थी, जो चन्द्रमा देने को तैयार नहीं थे. बस यहीं  पुलिस ने अपना असली रूप दिखाते हुए उसे पशु तस्कर घोषित कर दिया. कहा कि सूचना मिलने पर कुछ कार्यकर्ताओं के साथ थानाध्यक्ष राजेश यादव से मिलकर कार्रवाई का विरोध किया तथा गायों को छोड़ने के लिए कहा. लेकिन वे नहीं माने. मैं बाध्य होकर कार्यकर्ताओं व ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठ गया. धरना पूरी तरह शान्ति पूर्वक चल रहा था. अचानक देर रात जनरेटर की लाईट बन्द कराकर लाठीचार्ज शुरू हुआ, फिर फायरिंग हुई. जिसमें एक बेकसूर कार्यकर्ता मारा गया. तमाम लोग घायल हुए.

इसे भी पढ़ें – रसड़ा में रेलवे ट्रैक पर मिला युवती का शव

पुलिस ने 444 लोगों पर मुकदमा फर्जी रूप में दर्ज कर लिया. कहा कि मैं प्रदेश सरकार से मांग करता हूं कि पूरे घटना क्रम में लिप्त दोषी पुलिस कर्मियों पर उचित कार्यवाई की जाए. ऐसा होने तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा. श्री तिवारी ने प्रदेश सरकार द्वारा डीएम व एसपी के निलम्बन की कार्रवाई को एक त्वरित व सराहनीय कार्रवाई बताया. कहा कि शेष जिम्मेदार लोगो पर भी कार्रवाई की जाए. कहा कि मृत भाजपा कार्यकर्ता का बलिदान हम भूलेंगे नहीं. लड़ाई तब तक जारी रहेगी, जब तक दोषी दंडित न हो जाए. प्रेसवार्ता  के  अवसर पर पूर्व राज्यमंत्री उत्पल राय, मऊ के भाजपा नेता योगेन्द्र नाथ राय, पूर्व मंत्री राजधारी सिंह सहित सैकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे.

इसे भी पढ़ें – गोविंद राजू को जिले की कमान, बच्चालाल भी हटाए गए

पूर्व मंत्री राजधारी ने भी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की

नरही में भाजपा कार्यकर्ताओं के धरना कार्यक्रम में पुलिस द्वारा गोली चलाने से एक कार्यकर्ता की मौत के बाद बलिया भाजपा कार्यालय पर बैठक एवं नरही गांव में अन्तिम संस्कार में शामिल पूर्व मंत्री राजधारी ने निहत्थे लोगों पर गोली चलाने की पुलिस की कार्रवाई की निन्दा करते हुए दोषी अधिकारियों को दंडित करने की मांग की है.

इसे भी पढ़ें – नरही कांड की न्यायिक जांच हो – भाजपा

This post is sponsored by ‘Mem-Saab & Zindagi LIVE’