
सिकन्दरपुर (बलिया)। तहसील क्षेत्र के आधे किसानों को अब तक आपदा राहत का चेक नहीं मिलने से जहां उनमें आक्रोश व्याप्त है. वही शासनिक व प्रशासनिक उपेक्षा से आहत हो वह उन्हें कोस रहे हैं.
वही राहत चेक में विलंब से किसानों में प्रदेश सरकार की किरकिरी हो रही है. यह तथ्य है कि राहत चेक मिलने की उम्मीद पाले दर्जनों किसान जहां इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं. हजारों किसान आर्थिक कठिनाई झेल रहे हैं, जबकि अनेक बीमारी व हादसों का शिकार हो अभिशप्त जीवन गुजारने को विवश है. वंचित किसानो को राहत का चेक कब व कैसे मिलेगा यह यक्ष प्रश्न बना हुआ है. कारण कि इसके लिए किसी भी स्तर से प्रयास नहीं किया जा रहा है.
तहसील क्षेत्र में कुल 252 राजस्व गांव हैं, जहां की आपदा प्रभावित किसानों को चिन्हित कर उन्हें राहत पहुंचाने हेतु प्रशासन द्वारा शासन से करीब 14 करोड़ रुपया की मांग की गई थी. तब शासन द्वारा तहसील को मात्र 6करोड़ 60 लाख रूपया उपलब्ध कराया गया था. मिले धन को धन को धीरे धीरे छः माह में तहसील क्षेत्र के करीब 40 हजार किसानों में वितरित कर दिया गया. जबकि उतने ही वंचित रह गए थे. मांग का बाकी धन शासन द्वारा अब तक उपलब्ध नहीं कराए जाने से बाकी किसान राहत पाने से वंचित है.
नरही कांड पर स्पेशल कवरेज
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