बैरिया (बलिया)। प्रदेश के सिंचाई सचिव शम्भूनाथ ने शनिवार को दूबेछपरा के पास 29 करोड़ की लागत से हो रहे कटानरोधी बचाव कार्य का निरीक्षण किया. इस दौरान कार्य पूरा करने के तय समय सीमा के अंतिम पड़ाव पर चंद मजदूरों के सहारे चल रहे बचाव कार्य पर विभागीय अधिकारियों पर नाराजगी जताई, साथ ही कार्य स्थल पर मजदूरों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए. कहा- नदी कभी भी उफान पर आ सकती है, लिहाजा उससे पहले बचाव कार्य पूरा किया जाए.
निरीक्षण के दौरान सचिव (सिंचाई) ने बताया कि बलिया में कई वर्षों से नदियों से हो रहे कटान कई समस्या को लेकर मुख्यमंत्री काफी गम्भीर है. यही कारण है कि बजट न होने के बाद भी उन्होंने आकस्मिक निधि से यहां के लिये बनाये गये प्रोजेक्ट के लिये धन अवमुक्त किया. चेताया कि कार्य में किसी प्रकार की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जायेगी. दोषी पाये जाने पर कार्रवाई तय है. अधिकारियों ने कार्य की धीमी गति का कारण पिछले दिनों से लगातार हो रही बारिश को बताया. सिंचाई सचिव ने अब तक के किए गए बचाव कार्य का बारीकी से निरीक्षण किया. साथ ही मौके पर उपस्थित ग्रामीणों से पूछताछ कर सत्यापन भी किया.
इसके पहले उन्होंने एनएच-31 के सुरक्षा के लिये बनाये गये स्पर संख्या 23 के पास हो रहे बचाव कार्य का निरीक्षण भी किया. यहां पर नदी से एनएच की दूरी मात्र 20 मी. है. यहां भी अधिकारियों को कार्य में तेजी लाने को निर्देशित किया. इस मौके पर आईएएस के बालाजी, एडीएम मनोज सिंघल, अधीक्षण अभियंता एके राय, अधिशासी अभियंता दिलीप कुमार चतुर्वेदी, एसडीओ सीएम शाही, एसडीएम बैरिया राधेश्याम पाठक, तहसीलदार मिस्री सिंह चौहान, नायब तहसीलदार शशिकांत मणि, सहायक अभियंता मुन्ना यादव, प्रशांत गुप्ता आदि मौजूद थे. सिंचाई सचिव ने विभागीय अधिकारियों को बंधे के प्वाइंट 650 मी पर बन रहे स्पर के उत्तर दिशा के 200 मीटर को भी अति संवेदनशील बताते हुए अलर्ट रहने की चेतावनी दी.
केहरपुर के लिये कटानरोधी कार्य को दिया निर्देश
कटान की दहलीज पर खड़े केहरपुर के दर्जनों लोगों ने सचिव (सिंचाई) से अपनी व्यथा सुनायी. इस पर उन्होंने ग्रामीणों के साथ गांव के पास नदी से हो रहे कटान का सच अपनी आंखों से देखने के बात अधीक्षण अभियन्ता से से कहा. यहां के लिए बनाये गये प्रोजेक्ट की विस्तृत जानकारी ली. साथ ही विभागीय अधिकारियों को आश्वस्त किया कि आप यहां के लिये बनाये गये प्रोजेक्ट के अनुसार बचाव कार्य शुरू करें. हम प्रोजेक्ट की स्वीकृति दिलायेंगे. कहा कि कटान को लेकर मुख्यमंत्री काफी गम्भीर हैं. उनका आदेश है कि नदी से एनएच के बीच के गांवों को भी सुरक्षित किया जाय.
खनन रोकने के लिये ग्रामीणों ने लगायी गुहार
ग्रामीणों ने सचिव सिंचाई से नदी के रास्ते बदस्तूर हो रहे अवैध लाल बालू के खेल की भी शिकायत की. इस पर अधिकारी ने मौके पर उपस्थित एसडीएम बैरिया से दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही को निर्देश दिया. ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कई दिनो से बैरिया पुलिस की मिलीभगत से केहरपुर गंगा घाट पर बड़ी नावों के सहारे गंगापार से लाल बालू का खेल चल रहा है. इसमे प्रत्येक दिन दर्जनों ओवरलोड ट्रैक्टर सुघर छपरा-केहरपुर सम्पर्क मार्ग पर फर्राटे भर कर मार्ग को क्षतिग्रस्त कर दिये है. ऐसे में हम पीडितों को आपदा के वक्त अपना समान भी सुरक्षित स्थान पहुंचाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.