दुबहर, बलिया. दुबहर क्षेत्र के नगवा गांव के तीन नाबालिग बच्चे रविवार से ही लापता थे. परिजन उनकी तलाश करके हार चुके थे और गांव में अपहरण से लेकर तमाम तरह की आशंकाएं जताई जाने लगी थीं.
तीनों ही बच्चे हमउम्र थे, इनमें से दो की उम्र 13 साल और एक की उम्र 14 साल है। तीनों ही अलग-अलग परिवारों के हैं। रविवार को जब यह देर शाम तक घर नहीं लौटे परिजनों ने इनकी तलाश शुरू की लेकिन कहीं भी पता नहीं चला.
इसके बाद नगवा निवासी मनोज प्रसाद, जवाहर और रियाजुद्दीन ने अपने पुत्रों की गुमशुदगी की शिकायत दुबहर थाने में की. परिजनों ने प्रदेश सरकार में मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल से भी मदद की गुहार लगाई। मंत्री ने बलिया एसपी को फोन करके बच्चों को जल्द तलाश करने को कहा.
एसपी के निर्देश पर बलिया पुलिस ने अलग-अलग टीमें गठित करके बच्चों की तलाश शुरू की. आखिरकार पुलिस को बच्चों को सुराग मिल गया और उन्हें मऊ रेलवे स्टेशन से बरामद कर लिया गया. पुलिस ने तीनों लड़कों को मंगलवार को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया.
बच्चे किन परिस्थितियों में घर से बिना बताए चले गए और मऊ कैसे पहुंचे, इस बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दे रहे हैं। उनकी कम उम्र को देखते हुए उनसे ज्यादा सवाल भी नहीं किए जा रहे हैं. फिलहाल राहत की बात यही है कि पुलिस की तत्परता से वह सकुशल वापस आ गए.
(दुबहर से कृष्णकांत पाठक की रिपोर्ट)