माध्यमिक शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने दिया धरना

बलिया। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ का एक दिवसीय धरना गुरुवार को जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर दिया गया. इसमें भारी संख्या में शिक्षकों ने भागीदारी की. संघ के प्रदेशीय उपाध्यक्ष एवं आजमगढ़ मंडल के प्रभारी केपी सिंह ने कहा कि 5 अप्रैल के बाद नियुक्त शिक्षकों के लिए नई अंशदाई पेंशन योजना और लाभकारी एवम् और निश्चित है.

श्री सिंह ने कहा कि इस योजना के अंतर्गत सेवानिवृत्ति के बाद मिलने वाली पेंशन बाजार आधारित एवं निश्चित है. आवश्यकता पड़ने पर जीपीएफ की भांति ऋण लेने की भी सुविधा उपलब्ध नहीं है. नई व्यवस्था में पेंशन पर किसी भी तरह की महंगाई भत्ता भी दिया नहीं है. वक्ताओं ने सातवें वेतन आयोग की विसंगतियों को दूर करते हुए कम से कम ₹26,000 न्यूनतम वेतन देने की मांग की. प्रदेशीय उपाध्यक्ष ने 22 मार्च 2016 की राजाज्ञा के अनुसार अद्यतन तदर्थ शिक्षकों के विनियमितीकरण की मांग की

शिक्षणेतर संघ के प्रदेश अध्यक्ष मुजतबा हुसैन शिक्षकों की न्यायोचित मांगों का समर्थन करते हुए राज्य कर्मचारियों की भांति सभी शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को चिकित्सकीय सुविधा देने की मांग की. प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य राधेश्याम यादव एवं जनपदीय उपाध्यक्ष ओम प्रकाश सिंह ने कंप्यूटर ऑपरेटर एवं व्यावसायिक शिक्षकों को संविदा पर रखते हुए मानदेय देने की मांग की.

वक्ताओं ने जनपदीय समस्याओं में मुख्य रूप से नरहेजी इंटर कालेज नरही के अध्यापकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के रुका हुआ वेतन को दिलाने, प्रोन्नत वेतनमान, चयन वेतनमान, मृतक आश्रितों का समायोजन, सर प्लस अध्यापकों के एरियर का भुगतान, जीपीएफ एवं पेंशन के 25 प्रकरणों का मंडल पर संप्रेषण के विषय में घराना सभा को पीएन राय, जयंत सिंह, सुदर्शन राय, आनंद शंकर सिंह, शंभुनाथ सिंह, डॉ. आत्मानंद सिंह, सुभाष चंद्र पांडेय, डॉ. नागेंद्र सिंह, जोगेंद्र सिंह, आनंद मोहन सिंह, सुरेश सिंह, सुदामा सिंह, आनंद शंकर सिंह आदि ने विचार व्यक्त किया. सभा की अध्यक्षता रामाशंकर सिंह तथा संचालन जिला मंत्री अश्विनी कुमार त्रिपाठी ने किया.

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