बलिया लाइव टीम
सिकन्दरपुर/बलिया। सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के राजभर बस्ती खरीद निवासी किशोर की सांप के काटने से मौत हो गई. उधर, भीमपुरा थाना क्षेत्र के कलवारी गांव में वैवाहिक समारोह में शामिल होने आई कसौंडर निवासी महिला ने सर्प दंश से दम तोड़ दिया. इसी गांव की एक विवाहिता विषैले सांप के डसने से अस्पताल में मौत से संघर्ष कर रही है, उक्त महिला का दूध पीने के चलते उसकी बच्ची की भी हालत गंभीर बनी हुई है. इसी क्रम में रसड़ा कोतवाली क्षेत्र के जेवेनिया गांव में शुक्रवार की रात सर्प दंश से एक युवक ने दम तोड़ दिया.
अमवा के सती माई के यहां देर रात किशोर ने दम तोड़ा
सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के राजभर बस्ती खरीद निवासी राहुल (12) की सांप के काटने से मौत हो गई. गांव के उत्तम राजभर का पुत्र राहुल अपने हमउम्र बच्चों के साथ शुक्रवार को शाम दियारा घूमने गया था. उसी दौरान सर्प ने उसके पैर के अंगूठे में काट लिया. इसके बारे में उसे पता नहीं चल पाया. हल्का दर्द होने पर पैर झटककर वह घर लौट आया. रात में खाना खाकर सो गया. मध्य रात में उसकी तबीयत अचानक बिगड़ने लगी व मुंह से झाग निकलने लगा. परिवार वालों को कुछ शक हुआ तो वे पूरे घर की तलाशी लिए पर कोई जहरीला जंतु नहीं दिखा. तत्काल राहुल को इलाज के लिए परिजन पहले गांव के डॉक्टर के पास ले गए. डाक्टर ने किसी जहरीले जंतु के काटने की पुष्टि की. इसके बाद परिवार वाले राहुल को अमवा के सती माई के यहां ले गए, जहां देर रात उसने दम तोड़ दिया.
मऊ के फातिमा अस्पताल में जीवन के लिए संघर्ष कर रही हैं मां-बेटी
इसी क्रम में भीमपुरा थाना क्षेत्र के कलवारी गांव में वैवाहिक समारोह में शामिल होने आई कसौंडर निवासी महिला शुभावती (60) को गुरुवार की रात सर्पदंश से मौत हो गई. जबकि माया देवी (25) पत्नी दयाशंकर यादव निवासी बधुरा थाना हलधरपुर जनपद मऊ की हालत गंभीर बनी हुई है. वहीं मां का दूध पीने से माया की तीन माह की मासूम बच्ची की हालत भी गंभीर है. दोनों का इलाज मऊ जनपद स्थित फातिमा अस्पताल में चल रहा है. गांव के जंगबहादुर यादव के घर वैवाहिक कार्यक्रम में रिश्तेदारों का जमावड़ा लगा था. इसी दौरान यह हादसा हो गया.
मरने के बाद भी झाड़ फूंक करवाते रहे परिजन
रसड़ा कोतवाली क्षेत्र के जेवेनिया गांव निवासी सरेश निषाद (35) पुत्र घुमन निषाद अपने पिता के लिए खाना लेकर जा रहा था. इसी दौरान उसके पैर के नीचे सांप आ गया और उसे डंस लिया. परिजन उसे अस्पताल न ले जाकर आस्था के प्रतीक अमवा के सती माई के यहां ले गए. आखिरकार युवक ने दम तोड़ दिया. मरने के बाद भी परिजन कई जगह झाड़ फूंक करवाए, जहां सफलता नहीं मिली.