बलिया लाइव ब्यूरो
बलिया। हालांकि गुरुवार को कैबिनेट मंत्री नारद राय ने एनसीसी चौराहे पर एक विद्युत सब स्टेशन बनाने की घोषणा कर शहरियों को कुछ क्षण के लिए राहत जरूर दी. मगर जब तक वह व्यवस्था कारगर नहीं होती तब तक क्या लोग बलिया शहर में यूं ही घुट-घुट कर जिएंगे. मालूम हो कि शहर में 20 घंटे और ग्रामीण इलाकों कम से कम 16 घंटे बिजली आपूर्ति का दावा किया जाता है. सच्चाई यह है कि बलिया शहर में बमुश्किल 10 से 12 घंटे की आपूर्ति हो रही है. गांवों का तो भगवान ही मालिक है. बुधवार को रात भर बिजली नहीं रही. ऐसे में शहरियों का दिन का चैन रातों नींद हराम हो गई है. कटौती इतनी बेहिसाब हो रही है कि शहरी शेड्यूल क्या है यह भी भूलने लगे हैं.
सुखपुरा चौराहे पर हादसे में उखड़ा खंभा, हफ्ते भर बाद भी नहीं गड़ा
सुखपुरा चौराहे पर हुए हाल में हुए हादसे के दौरान ट्रक और बोलेरो की भिड़ंत में एक विद्युत पोल भी धराशायी हो गया था. इस वजह से विद्युत आपूर्ति बाधित आज तक है. उपभोक्ताओं का कहना है कि विद्युत विभाग के अधिकारियों से बार-बार कहां जा रहा है, लेकिन गिरे खंभे को गाड़ने के लिए कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है.