ठेला पर मरीज मामले के मरीज की हुई मौत

रेवती, बलिया. ठेला पर मरीज मामले का मरीज 13 दिन बाद इलाज के लिए पुनः वाराणसी ले जाए जाने के क्रम में रास्ते में मरीज की मृत्यु हो गयी. इससे पूर्व मरीज के पिता की मौत बीते 9 मई को हार्ट अटैक से हो चुकी है.

 

ज्ञातव्य हो कि बीते 6 मई को वार्ड नंबर 10 निवासी जितेंद्र तुरहा 40 वर्ष पुत्र स्वर्गीय शिवजी तुरहा को अचानक सिर में तेज दर्द की शिकायत के साथ बुखार हो आया. मरीज को लेकर परिजन सीएचसी रेवती पहुंचे मरीज की स्थिति को देख प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया था. बलिया जाने के लिए एंबुलेंस को सूचना दी गई थी काफी विलंब हो जाने के पश्चात उब कर परिजन मरीज ठेला पर ही सुला बलिया के लिए चल पड़े थे. इस बीच समाजसेवियों द्वारा एक आटो उपलब्ध कराया गया. जिला चिकित्सालय से भी जितेन्द्र को चिकित्सकों ने वाराणसी के लिए रेफर कर दिया था. जहां हास्पिटल में उसका उपचार चल रहा था. 16 मई को मरीज जितेन्द्र को चिकित्सकों ने 10 दिन बाद पुनः बुलाने का सुझाव देकर डिस्चार्ज कर दिया था.

बुधवार के दिन जितेन्द्र की तबियत अचानक ज्यादा बिगड़ गयी. परिजन उसे वाराणसी लेकर जा रहे थे. इसी बीच चितबडा़गांव के आस पास उसकी मौत हो गयी.

जानकारी हो कि इस प्रकरण को लेकर सीएचसी रेवती पर सीएचसी स्टाफ एवं ग्रामीणों द्वारा एक दूसरे के विरोध में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया था. संज्ञान में लेते हुए उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने प्रकरण की जांच तथा दोषियों के विरुद्ध करने का आदेश सीएमओ बलिया को दिया था.

घटना दिन ही जितेन्द्र के पिता 65 वर्षीय शिव जी तुरहा को हल्का हार्ट अटैक आया था. जिसकी दवा चल रही थी. एक मात्र पुत्र के वाराणसी अस्पताल में जीवन-मृत्यु के बीच संघर्ष का प्रभाव पिता शिव जी के ऊपर इतना पड़ा कि सोमवार की सुबह उनको तेज हार्ट अटैक आया जिसके कारण पिता शिव जी की मृत्यु हो गयी थी. जितेन्द्र की मौत के बाद पत्नी लक्ष्मीना सहित ससुराल से आई बहनों का बुरा हाल है. बेटी 10 वर्षीय पूजा के बाद कुल चार पुत्रियां तथा एक पुत्र छोड़ कर जितेन्द्र गये हैं. परिजनों का रोते-रोते बुरा हाल है.

 

(रेवती संवाददाता पुष्पेन्द्र तिवारी’सिंधू’ की रिपोर्ट)

 

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