
सिकन्दरपुर (बलिया) से संतोष शर्मा
सिकंदरपुर तहसील क्षेत्र के खरीद दरौली (बिहार) घाटों के मध्य घाघरा नदी पर पक्के पुल के निर्माण की स्वीकृति से इलाकाई लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई है. लोग एक दूसरे को बधाई तो दे ही रहे हैं, इसके लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व पशुधन मंत्री मोहम्मद जियाउद्दीन रिजवी को आभार संदेश भेजने की होड़ लगी है.
उन्हें खुशी इस बात की है कि पुल की स्वीकृति प्रदान कर मुख्यमंत्री ने जहां क्षेत्रीय विकास का दरवाजा खोला है, वही बिहार आवागमन की समस्या का हल निकाल दिया है. उनका मानना है कि यह पुल नदी के दो किनारों को मात्र जोड़ने का ही काम नहीं करेगा, बल्कि दोनों किनारों पर रहने वाले समुदायों को भी जोड़ेगा. दो तहजीबों, दो संस्कृतियों, दो भाषाओं को भी यह पुल एक करेगा. आर्थिक सहयोग, उन्नति व व्यापार को बढ़ावा देने का भी काम करेगा. इस पुल को मंत्री बनने के बाद मोहम्मद रिजवी का प्रथम व बड़ा उपहार भी लोग मान रहे हैं. इस बारे में बलिया लाइव ने जब कुछ लोगों से बात किया तो उनकी प्रतिक्रिया इस प्रकार रही.
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पुल के निर्माण से बिहार आवागमन करने वाले लोगों के समय श्रम व धन की बचत होगी. नदी पार करने के लिए नाव के झंझट से मुक्ति मिलेगी – मुन्नीलाल यादव
बरसात के मौसम में उफनाई घाघरा नदी लोगों के आवागमन को नहीं रोक पाएगी. पुल के माध्यम से वह आसानी से वाहनों सहित पैदल भी बिहार को आवागमन कर सकते हैं – लल्लन यादव (समाजसेवी)
बलिया की बिहार प्रांत के उत्तरी पश्चिमी भागों असम व पूर्वोत्तर के राज्यों के साथ ही नेपाल की दूरी कम हो जाएगी. व्यापारियों के लिए तो यह वरदान साबित होगा. उनका माल कम समय व खर्च में गंतव्य तक पहुंच जाएगा – राजू पांडेय (पूर्व ग्राम प्रधान)
पुल के निर्माण से भले ही नाविकों का रोजगार छीन जाएगा, किंतु आम जनता को फायदा ही फायदा है. साथ ही लोगों को अपनी जान जोखिम में डाल नाव द्वारा नदी पार करने से निजात मिल जाएगी – अखिलेश कुमार उर्फ गुड्डू सिंह