सिकन्दरपुर (बलिया)। पुखरायां रेल हादसा में थाना क्षेत्र के हरिपुर निवासी पनवास देवी (50) की मौत हो गई. सोमवार को अकबरपुर के अस्पताल से उनका शव घर आते ही पूरे गांव में मातम छा गया.
शव आने की सूचना पर थोड़ी देर में बच्चा सिंह के मकान पर गांव वालों की भीड़ लग गई. भीड़ में शामिल कुछ लोग अपने स्तर पर परिवार वालों को सांत्वना देने लगे. बच्चा सिंह चार भाई और परिवार संयुक्त है. उनका छोटा भाई फतेहबहादुर सिंह काफी समय से इंदौर में रह कर ठेकेदारी करते हैं. पनवास देवी कई वर्षों से छठ मनाने अपने देवर देवरानी के यहां इंदौर जाती रही है. इस वर्ष भी वह छठ मनाने के लिए अक्टूबर महीना में इंदौर चली गई. उन्हें क्या पता था कि वह छठ मनाने नहीं, बल्कि हमेशा के लिए इस दुनिया को अलविदा कहने जा रही है.
रविवार को देवर देवरानी से विदा लेकर वह ट्रेन पर बैठी थी. उन्होंने सोचा भी नहीं होगा कि उनके साथ रास्ते में अनहोनी हो सकती है. परिवार वालों को कानपुर रेल हादसा के बारे में सुबह पता चलने पर उनकी चिंता बढ़ गई. तत्काल उन्होंने कानपुर के अपने परिचितों को फोन कर वनवास देवी के बारे में सूचना लेने का आग्रह किया. काफी मशक्कत व भागदौड़ के बाद उन्हें पनवास देवी के शव का अकबरपुर के अस्पताल में होने की सूचना मिली. सोमवार को उनका अंतिम संस्कार खरीद घाट पर किया गया. मृतका का एक पुत्र व तीन पुत्रियां हैं. जिनमें से पुत्र व दो पुत्रियों की शादी हो चुकी है.