


बलिया। आल इंडिया इंस्टीट्यूट आफ पैरामेडिकल साइंस बलिया के तत्वावधान नई विचार नई ऊर्जा के माध्यम से चार फरवरी को विश्व कैंसर दिवस के रूप में मनाया गया. मुख्य अतिथि डा. अनुप प्रवक्ता व विशिष्ट अतिथि चेयरमैन ई. मेराज आलम इद्रिशी, डा. मुहम्मद आफताब आलम इद्रिशि, डाॅ. जियाउल हुदा, श्वेतान्क सिंह रहे.

डा. अनुप प्रवक्ता ने बताया कि इसके पीछे कैंसर के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने का उद्देश्य रहता है. हर वर्ष इसकी थीम भी बदल जाती है. इस साल कैंसर दिवस की थीम ‘मैं हूं और मैं करूंगा’ रखा गया है. डाॅ. जियाउल हुदा ने बताया कि वर्तमान में लगभग 22.58 लाख लोग कैंसर से पीड़ित हैं. रिपोर्ट में यह भी जिक्र है कि भारत में सर्वाधिक होने वाले कैंसर तीन प्रकार के हैं. इसमें मुंह, बच्चेदानी और स्तन का कैंसर प्रमुख है. यह भारत में होने वाले सभी प्रकार के कैंसर का 34 प्रतिशत हिस्सा है.
जिला महिला अस्पताल के चीफ फार्माशिस्ट डा.बदरे आलम बताते हैं कि 30 वर्ष या उससे अधिक उम्र की सभी महिलाओं को पांच वर्ष में कम से कम एक बार जांच अवश्य करानी चाहिए ताकि इससे प्रारम्भिक अवस्था में ही समय से जांच हो सके. डॉ.आफताब आलम इद्रिशि ने बताया कि महिलाओं में सबसे ज्यादा कैंसर स्तन या बच्चेदानी में पाया जाता है. डा. आफताब आलम इद्रिशि ने अपनी विचारो को सबके सामने रखा तंबाकू के धुएं से लगभग 4000 रासायनिक तत्व व 200 ज्ञात विष व 60 कैंसर पैदा करने वाले तत्व होते हैं. इसमें कुछ निकोटिन, तंबाकू टार, कार्बन मोनोक्साइड, आर्सेनिक, नेप्थिलीन, अमोनिया आदि हैं.
स्कूल के छात्र एवं छात्रा को जानकारी दी गयी. इस मौके पर शलिनि ठाकुर, अनुराधा सिंह, नेहा, श्वेता, आफताब अह्मद,पियुश, अह्मद फ्राज, शहिना, प्रतिभा, अत्रिमुनि पाठक, विजेन्दर, अनुरधा,पर्वेज, शमशाद, मेराज, शारिक, आबिद आदि मौजूद रहे. संचालन नई विचार नई ऊर्जा के जिलाध्यक्ष बलिया के डा. आफताब आलम इद्रिशि ने किया.