बांसडीह(बलिया)। तहसील के आदर गांव के सस्ते गल्ले के दुकानदार द्वारा अनियमितता करने ,निर्धारित दर से अधिक मुल्य लेने,कम मात्रा में खाद्यान्न वितरित करने और गत वर्ष विद्यालय के छात्रो का मध्यान्ह भोजन योजना का खाद्यान्न बेचने की जांचके बाद भी अधिकारियों द्वारा कानूनी कारवाई नहीं किये जाने से परेशान आदर गांव के ग्रामीणों ने तहसील परिसर बांसडीह मे पाचवीं बार धरने पर बैठे.धरनारत ग्रामीणों का कहना है कि कोटेदार द्वारा अंत्योदय,पात्र गृहस्थी के चयनित लोगों को राशन बांटता ही नहीं साथ ही अंत्योदय सूची मे शामिल लोगों का नाम कटवा देता है. इसकी अनियमितता की जांच में भी दोषी पाया गया उसके बाद भी आदर के कोटेदार के खिलाफ कारवाई नहीं किया गया. इसके निलंबन काल में मैरीटार के दुकानदार जनार्दन सिंह के यहाँ अटैच के दौरान भी प्राथमिक विद्यालय के छात्रोके मध्याह्न भोजन का खाद्यान्न बेच दिया गया था उसकी जांच में भी मैरीटार का दुकानदार दोषी पाया गया था उसके बाद भी कानूनी कारवाई ठंढे बस्ते में पड़ा है. कहना हैकि इतना दोष के बाद भी खाद्यान्न वितरण प्रमाणित कैसे हो जा रहा जबकि अधिकारियों का अलग अलग दल के जांच मे भी लोगों द्वारा खुलेआम दोष लगाया गया लेकिन कार्रवाई नहीं होती अब क्रमिक अनशन चलेगा नही तो आमरण अनशन भी ग्रामीण करेगें. धरना स्थल पर पहले दिनबच्चन चौधरी बैठे इनके साथ राजू सिंह, चंद्रमा यादव,,सुवाष ठाकुर, सचितानंद पांडेय, रमेश राजभर,रामदेव वर्मा हरेंद्र सिंह सहित अन्य लोग बैठे थे।