जमुना राम स्नातकोत्तर महाविद्यालय चितबड़ागांव में हुआ युवा संवाद का आयोजन
नरहीं, बलिया. जमुना राम स्नातकोत्तर महाविद्यालय चितबड़ागांव बलिया के सभागार में “युवा संवाद भारत @ 2047” कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए “पंच प्रण” – विकसित भारत का निर्माण, गुलामी की हर सोच से मुक्ति, विरासत पर गर्व, एकता – एकजुटता तथा नागरिक कर्तव्य पर महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं के बीच युवा संवाद प्रस्तुत किया गया.
संवाद के क्रम में बहुत से छात्र-छात्राओं द्वारा अपने अभिभाषण किए गए. संवाद के पूर्व कार्यक्रम का प्रारंभ मुख्य अतिथि सांसद द्वारा सरस्वती मां की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया तथा महाविद्यालय के प्रबंधक प्रोफेसर धर्मात्मानंद द्वारा मुख्य अतिथि सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त को माल्यार्पण एवं अंग वस्त्र द्वारा सम्मानित किया गया तथा महाविद्यालय के मैनेजिंग डायरेक्टर तुषारनंद जी द्वारा कार्यक्रम के विशेष अतिथि पूर्व कुलपति प्रोफेसर लल्लन सिंह जी को माल्यार्पण एवं अंग वस्त्र से स्वागत एवं सम्मानित किया गया.
संवाद के अगले क्रम में मुख्य अतिथि सांसद ने माननीय प्रधानमंत्री श्री मोदी जी के विकसित भारत हेतु दिए गए पंच प्रण मंत्र के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जो देश अपने विरासत को नमन नहीं करता वह विकसित नहीं हो सकता.
“मेरी माटी मेरा देश” के तहत विरासत को संभालने का संकल्प लेना है तब जाकर के भारत विकासशील देश की श्रेणी में आ सकता है.
देश वृहद भारत एवं अखंड भारत का सपना देख रहा है इसलिए लोगों को मोटे अनाज को पैदा करने पर बल देना चाहिए तथा मोटे अनाज को प्रयोग करना चाहिए. कार्यक्रम के प्रायोजक समन्वयक नेहरू युवा केंद्र रविंद्र मोहन ने भी पंच प्रण को अपने जीवन में उतारने पर बल दिया तथा पूर्व कुलपति प्रोफेसर ललन सिंह जी ने भी अपने अभीभाषण में कहा कि आजादी के 100 वर्ष बाद भारत कैसा होगा युवाओं को इस बात का सपना देखना आवश्यक है. विधि के छात्र आर्यन राय ने पंच प्रण को पूरा करने हेतु युवाओं को आगे आने पर बल दिया ताकि हमारा देश विकसित देश की श्रेणी में अपना स्थान बना सके.
डीएलएड की छात्रा स्वस्तिका ने भी कहा कि पंच प्रण द्वारा ही हम देश को विश्व पटल पर सबसे आगे कर सकते हैं बीए की छात्रा गरिमा यादव ने भी अपनी भाव विभोर कविता प्रस्तुत की.विधि की छात्रा मधु सिंह डीएलएड की छात्रा प्रज्ञा गुप्ता तथा विधि के छात्र सोनू गुप्ता ने भी नागरिक कर्तव्य की याद दिलाते हुए अधिकार एवं कर्तव्य साथ-सा द हमेशा याद करने पर बोल दिया. डीएलएड की छात्रा प्रिया गुप्ता ने भी अपने वक्तव्य में विकसित भारत के निर्माण पर पांच प्रण को बोल दिया. विधि के छात्राओं मनु यादव ने पंचप्राण को याद दिलाते हुए उसे आत्मसात करने पर बल दिया.