बलिया। जनपद में आगामी 10 सितम्बर को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर डिवर्मिंग की दवाएं दी जाएगी. जिलाधिकारी गोविन्द राजू एनएस की अध्यक्षता में कैम्प कार्यालय पर आयोजित एक बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. पीके सिंह ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सभी स्कूल और आंगनबाडी केंद्रों में 01 से 19 साल के बच्चों को कृमि मुक्त करने के लिए समस्त सरकारी व सहकारी सहायता प्राप्त स्कूल और आंगनबाडी के माध्यम से डिवार्मिंग की दवाएं दी जाएगी.
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उन्होंने बताया कि कृमि संक्रमण अस्वच्छता के कारण तथा संक्रमित मिट्टी के सम्पर्क से संचारित होता है. कृमि की जितनी अधिक मात्रा होगी, संक्रमित व्यक्ति के लक्षण उतने ही अधिक होंगे. कृमि संक्रमण के संचरण चक्र के बारे में सीएमओ ने बताया कि संक्रमित बच्चों के शौच में कृमि के अंडे होते हैं. खुले में शौच करने से ये अण्डे मिट्टी में मिल जाते है और विकसित होते हैं. बच्चों के नंगे पैर चलने से, गंदे हाथों से खाना खाने से या बिना ढ़का हुआ भोजन खाने से लार्वा के सम्पर्क में आने से संक्रमित हो जाते हैं. संक्रमित बच्चों में कृमि के अण्डे व लार्वा रहते हैं और बच्चों के स्वास्थ्य पर हानि पहुंचाते हैं. बैठक में सीएमओ डॉ. पीके सिंह, डीपीओ रामभवन वर्मा, सीएमएस डॉ. एसपी राय, डीसीपीएम अजय पाण्डेय, डीपीआरओ राकेश यादव, बीएसए राकेश सिंह, एसीएमओ आदि मौजूद रहे.
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