

दुबहड़(बलिया)। जिला चिकित्सालय में रोज परेशान हो रहे मरीजों तथा आए दिन मीडिया में आ रही खबरों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मंगल पांडे विचार मंच के अध्यक्ष कृष्णकांत पाठक ने कहा कि इतना कुछ होने के बाद भी जिले के जनप्रतिनिधि मौन क्यों हैं ? जनपद के सभी विधानसभाओं के हजारों लोग प्रतिदिन अपना इलाज कराने जिला मुख्यालय पर आते हैं. जिन्हें अनेकों प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में जिले के सारे जनप्रतिनिधि एक साथ मिलकर जिला चिकित्सालय की व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने की दिशा में कोई ठोस पहल क्यों नहीं कर रहे है. क्या जिले की जनता उनके विधानसभा में निवास नहीं करती. कहा कि जनप्रतिनिधियों को सबसे पहले जन सुविधाओं के प्रमुख कार्यों पर नजर डालनी होगी. आए दिन जिला चिकित्सालय में किसी मरीज को स्ट्रेचर नहीं मिल रहा है, तो किसी को दवा नहीं मिल रही है. कहीं डॉक्टर नहीं बैठे हैं, और हमारे जनप्रतिनिधि इस पर कुछ बोलने और करने को तैयार नहीं हैं. अगर यही हाल रहा तो आने वाले दिनों में जिले की जनता जनप्रतिनिधियों को सबक सिखाने से पीछे नहीं हटेगी. क्योंकि जनप्रतिनिधि जनता की आवाज उठाने तथा उसका निदान कराने के लिए ही चुना जाता है. जनता पर शासन करने के लिए नहीं.
