नगरा में ब्लॉक प्रमुख के चुनाव से पहले मायूस क्यों दिख रहे हैं बीडीसी सदस्य?

नगरा, बलिया. ब्लॉक प्रमुख चुनाव हेतु अधिसूचना जारी होते ही गांवों में राजनीति एक बार फिर तेज हो गई है लेकिन नगरा की राजनीति में दिलचस्पी रखने वाले रणनीतिकारो की मानें तो इस बार नगरा ब्लॉक में निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख चुने जाने के आसार दिख रहे हैं। अभी तक ब्लॉक प्रमुख के लिए एक उम्मीदवार के अलावा कोई दूसरा उम्मीदवार न होने से बीडीसी सदस्यों में बेचैनी दिख रही है.

नगरा ब्लॉक प्रमुख का पद अनुसुचित जाति की महिला के लिए आरक्षित है. 8 जुलाई को नामांकन की तिथि है लेकिन अभी तक एक प्रत्याशी के अलावा दूसरा कोई मैदान में नहीं दिख रहा है. नगरा ब्लॉक में कुल 126 बीडीसी हैं जो ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में अपनी भूमिका का निर्वहन करेंगे.

चर्चाएं हैं कि निवर्तमान ब्लॉक प्रमुख अनिल सिंह इस सीट पर किसी अपने को बैठाने के लिए जी जान से जुट गए है. इनका प्रयास है इस बार ब्लॉक प्रमुख का चुनाव निर्विरोध हो. बीडीसी चुनाव सम्पन्न होने के बाद भाजपा नेता प्रवीण प्रकाश अपनी मां को ब्लॉक प्रमुख बनाने के लिए थोड़ी बहुत भाग दौड़ किए लेकिन बाद में किसी कारण वश वे अपने पैर पीछे खींच लिए.

इसको देखते हुए बीडीसी सदस्यों के मन में भी टीस उठ रही है कि एक और दमदार ब्लॉक प्रमुख प्रत्याशी मैदान में होता तो उनके दरवाजे पर अन्य ब्लॉकों के बीडीसी सदस्यों की तरह चहल पहल रहती. पिछली बार ब्लॉक प्रमुख चुनाव काफी गहमागहमी के बीच सम्पन्न हुआ था .

पिछले चुनाव की तरह इस बार भी बसपा विधायक उमाशंकर सिंह और अनिल सिंह मिलकर प्रत्याशी खड़ा करने के प्रयास में हैं . भाजपा के एक जनप्रतिनिधि भी अपने परिवार को सदस्य बनाने हेतु चुनाव में दो जगह उतारे थे लेकिन दोनों जगह हार हाथ लगी. अभी तक क्षेत्र में एक ही प्रत्याशी की चर्चा है. देखना है कि आने वाले दो दिनों में कोई सामने आता है या चुनाव निर्विरोध होगा, नामांकन के दिन यह स्पष्ट हो जाएगा .

(नगरा से संतोष द्विवेदी की रिपोर्ट)

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