भरौली (बलिया) से मोमशाद अहमद
बीते शुक्रवार की रात एक लडकी अमाव मोड़ पर नेशनल हाईवे के किनारे आठ बजे के करीब सड़क किनारे बैठी मिली. बात विचार से यह प्रतीत हो रहा था कि वह मानसिक रूप से पूर्ण स्वस्थ नहीं है. मौके पर मौजूद संवाददाता ने तत्काल 100 नम्बर पर इसकी जानकारी दी. ताकि प्रशासन समय रहते उक्त लड़की को सुरक्षा प्रदान करे और कोई अनहोनी न घटे.
हालांकि विडम्बना यह है कि सूचना दिए जाने के बाद भी 100 नम्बर पर तैनात सिपाही आधे घंटे तक घटना स्थल पर नहीं पहुचे. थक हार कर जब इसकी सूचना बलिया पुलिस अधीक्षक को दी गई तो उन्होंने नरही प्रभारी परमानन्द द्विवेदी को घटना के बारे में जानकारी दी एवं आदेश दिया कि नरही प्रभारी त्वरित कार्रवाई करें.
नरही प्रभारी ने भरौली पिकेट पर तैनात सिपाही समीउल्लाह खान को आदेश दिया कि घटना स्थल पर पहुंच कर तुरंत कार्रवाई करें. समीउल्लाह तुरंत हरकत में आ गए और मौके पर पहुंच गए. इसके बाद 100 नंबर पर तैनात सिपाही भी पहुंचा, लेकिन मामला लड़की का था. महिला कास्टेबल के न होने के कारण गोबिंदपुर की आशाबहू से पुलिस ने मदद लिया. आशाबहू उस लड़की के साथ नरही थाने गयी. युवती के आंख के अलावा कई जगह जख्म के निशान थे. कयास लगाये जा रहे थे कि युवती के साथ मारपीट की गई है. युवती अपना नाम पता नहीं बता पा रही थी. थानाध्यक्ष परमानंद द्विवेदी ने बताया कि शनिवार को युवती को न्यायालय ले जाया गया, जहां से दिशा-निर्देश मिलने के बाद उचित कार्रवाई की गई.