सुखपुरा (बलिया)। शासन द्वारा प्राथमिक विद्यालय को कान्वेन्ट से तुलना करने की स्वप्न देखा जा रहा है, लेकिन आज भी कहीं बच्चों को टीनशेड के बने कमरे में पढ़ाया जाता है तो कही शौचालय तक नही हैं.
जी हां, हम बात कर रहे है बेरुवारबारी शिक्षा क्षेत्र के कुछ विद्यालयों की. टण्डवा प्राथमिक विद्यालय मे 202 बच्चों के बीच चार अध्यापक हैं, लेकिन कक्ष एक ही है. अध्यापकों ने अपने पैसे लगा कर टीन शेड का कमरा जरूर बना रखा हैं. वहां तैनात अध्यापकों का कहना है कि कक्ष के लिए उपर के अधिकारियों से कहने के बाद भी यहां कक्ष नहीं बनवाया जा रहा है. अब बात करें मिश्रवलिया प्राथमिक विद्यालय की. बार -बार प्रधानमंत्री द्वारा शौचालय के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है, पूरे देश में प्रत्येक विद्यालय में शौचालय बन भी गया है, लेकिन मिश्रवलिया प्राथमिक विद्यालय पर किसी की नजर नहीं गई. न तो उत्तर प्रदेश सरकार के किसी अधिकारी की नजर यहां गई, न ही भारत सरकार के. ऐसे मे यहां के बच्चे खेतों में शौच के लिए जाते हैं.आ