वाराणसी. बुनकरों एवं साड़ी व्यवसायियों के साथ लगातार फ्रॉड की घटनाएं घटित हो रही थी, फ्रॉड करने वाले गैंग के सदस्य फर्जी नाम पता के आधार पर साड़ी एवम कपड़ों की प्रतिष्ठित कंपनियों के नाम से फर्म बनाते थे और कपड़ा व्यवसाई एवं बुनकरों से साड़ी आदि की खरीद-फरोख्त करते थे. एक बार विश्वास जम जाने पर 10 से 15 लाख रुपए की खरीदारी कर फर्जी चेक दे देते थे एवं फर्म बंद कर गायब हो जाते थे।
ऐसी घटनाओं के प्रकाश में आने पर पुलिस आयुक्त वाराणसी द्वारा फ्रॉड की घटनाओ में अभियोग पंजीकृत कर उक्त गैंग की गिरफ्तारी करने हेतु निर्देशित किया गया। उक्त क्रम में थाना सिगरा की पुलिस टीम ने आज उपरोक्त गैंग के मुख्य आरोपी राजू कुमार गुप्ता व अंशु गुप्ता को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की. इनके कब्जे से भारी मात्रा में फ़र्ज़ी पासबुक, चेकबुक, विभिन्न अधिकारियों एवं फर्मों की मोहरें व अन्य दस्तावेज बरामद हुए।
अभियुक्तों ने पूछताछ में 50 से भी अधिक फ्रॉड की घटनाओं को स्वीकार किया। इनके गैंग के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी हेतु टीमों का गठन किया गया है।
गिरफ्तार अभियुक्त का नाम पता व उम्र-
1- राजू कुमार गुप्ता पुत्र रामउजागिर निवासी देवकली थाना सिकन्दरपुर जिला बलिया. हाल पता किराये का मकान, अमला नगर लहरतारा थाना मडुवाडीह, वाराणसी. उम्र 37 वर्ष.
2- अंशू गुप्ता उर्फ लालू पुत्र राम उजागिर गुप्ता निवासी देवकली थाना सिकन्दरपुर जिला बलिया. हाल पता किराये का मकान, अमला नगर लहरतारा थाना मडुवाडीह, वाराणसी. उम्र 30 वर्ष.
इन पर वाराणसी के सिगरा थाने में आधा दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। इनकी तलाशी में मोबाइल फोन, विभिन्न नाम से जारी कारपोरेट बैंक के 9 चेक, आन्ध्रा बैंक के 31 चेक, देना बैंक के 07 चेक, सिडिकेट बैंक का नौ चेक, बंधन बैंक का एक कटा चेक व एक चेकबुक जिस पर विशाल का हस्ताक्षर है, पंजाब नैशनल बैंक का एक चेकबुक जिस पर जग्दम्बा हैंडलूम लिखा है, सादे पेपर पर भिन्न भिन्न प्रकार की मोहरे लगी हुयीं तथा प्लास्टिक की 49 अदद भिन्न-भिन्न नाम से मुहर, आधार कार्ड व आधार कार्ड की छाया प्रतियां मिली हैं.
इसके अलावा किरायेदारी इकरार नामा व अन्य दस्तावेज भी बरामद किए गए. पुलिस सभी की जांच कर रही है।