बलिया। स्टोरी में ट्वीस्ट बहुत है. दावा तो किया जा रहा है कि छोटी बहन की मोहब्बत दोनों भाइयों को नागवार गुजरी. इसलिए पहले उन्होंने बहन की जमकर पिटाई की. इसके बाद उसके हाथ पैर बांध कर गंगा में फेंक दिया. मगर वीर कुंवर सिंह सेतु पर भाइयों को ऐसा करते कुछ लोगों ने देख लिया. उन्होंने पुलिस को इत्तला कर दी.
सूचना पर बलिया जिले की नरही थाने की पुलिस घटना स्थल पर पहुंच भी गई. दोनों को पकड़ भी लिया. मगर घटनास्थल बिहार की सीमा में था, इसलिए बक्सर पुलिस को बुलवाया गया. मीडिया में लेटेस्ट अपडेट यह है कि बक्सर पुलिस ने दोनों किशोरों को हिरासत में ले लिया है, वहीं गोताखोरों की मदद से उनकी बहन की तलाश भी की गई, मगर उसका कोई पता नहीं चला. बक्सर पुलिस को भाइयों ने जो जानकारी दी है, उसके मुताबिक प्रेम प्रपंच का खुलासा होने के बाद उनकी बहन आत्महत्या करने जा रही थी, उसे ऐसा करने से रोकने के लिए वे घटनास्थल पर पहुंचे थे.
किशोरों को गंगापुर थाने में बैठाया गया
मामले में नरही के थानाध्यक्ष तेज बहादुर सिंह ने मीडिया को बताया कि मामला चूंकि, बक्सर नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत था, इसीलिए किशोरों को उनके सुपुर्द कर दिया गया है. उधर मामले में बक्सर नगर के थानाध्यक्ष असलम शेर अंसारी ने बताया कि युवकों को गंगापुल थाने में तो बैठाया गया है. लेकिन, सवाल यह उठता है कि जब उत्तर प्रदेश से आकर युवकों ने युवती को गंगा में फेंक दिया, ऐसे में मामला उत्तर प्रदेश के संबंधित थाने का ही बनता है. हालांकि, उन्होंने मामले में वरीय पदाधिकारियों के निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई करने की बात कही.
प्रेमी युगल को रंगे हाथ परिजनों ने पकड़ा
वैसे मामला गाजीपुर जिले के भावरकोल के एक गांव का है. बक्सर पुलिस की पूछताछ में यह बात भी सामने आ रही है कि किशोरी का अपने पड़ोस के ही किसी लड़के साथ इश्क था. उसका लगातार घर वाले विरोध कर रहे थे. रविवार की रात उन्हें अर्थात प्रेम युगल को रंगे हाथ संदिग्ध हालत में परिजनों ने पकड़ लिया. हालांकि उस वक्त लड़की की मां अपने मायके में थी. इसके बाद लड़की के प्रेमी की जमकर पिटाई की गई. लेकिन इसी बीच वह मौका निकाल भागने में कामयाब रहा.
मिट्टी का तेल छिड़क किशोरी ने खुदकुशी की कोशिश की
चर्चा यह भी है कि इस घटना के बाद लड़की ने मिट्टी का तेल छिड़क कर खुदकुशी की कोशिश की, उसे किसी तरह परिजनों ने बचा लिया. मगर तड़के वह मौका देख कर भाग निकली. लड़की के भाइयों की माने तो वहां से आटो पकड़ कर वह सीधे भरौली पहुंची और गंगा में कूद गई. भाइयों ने दावा किया है कि उसे रोकने के लिए ही वे उसके पीछे दौड़े थे, मगर देर हो गई. इधर, पुलिस बुलाने वालों का आरोप है कि ये लड़के अपनी बहन के हाथ-पांव बांध कर नदी में फेंक दिए. यूपी पुलिस की डर से उन्होंने बिहार की सीमा में इस वारदात को अंजाम दिया. इस खबर में इतने पर, परंतु, लेकिन अर्थात है कि बेहतर होगा कानून को ही अपना काम करने दिया जाए, फिर किसी नतीजे पर पहुंचा जाए. वैसे इस वारदात में शामिल पीड़ित और आरोपी किशोरवय हैं, इसलिए किसी का नाम नहीं लिया जा रहा है.