बलिया। अमरनाथ मिश्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय दुबेछपरा, बलिया के पूर्व प्राचार्य भूगोलविद एवं पर्यावरणविद डा० गणेश कुमार पाठक ने मौसम की मानीटरिंग एवं भविष्यवाणी करने वाले विभिन्न एजेन्सियों द्वारा की गयी भविष्यवाणी एवं प्रस्तुत तथ्यों के आधार पर यह बताया है कि अभी तापमान कुछ दिनों तक बढ़ सकता है.
डा० पाठक ने यह भी बताया कि तापमान के वर्तमान तल्खी को देखते हुए एवं मानसून में हुई देरी तथा चक्रवातीय तूफान ‘वायु’ के प्रभाव से मानसून की आगे बढ़ने की गति धीमी पड़ने की सम्भावना को देखते हुए मौसम वैज्ञानिकों द्वारा भी यह आशंका व्यक्त की जा रही है कि अभी तीन-चार दिन तक तापमान में और वृद्धि हो सकती है.
डा० पाठक ने बताया कि एक्यू वेदर द्वारा जारी मौसम की भविष्यवाणी के अनुसार 16, 17 एवं 18 जून को अधिकतम् तापमान क्रमशः 46, 45 एवं 41 अंश सेण्टीग्रेट हो सकता है. जबकि न्यूनतम् तामान क्रमशः 30, 30 एवं 28 अंश सेण्टीग्रेट हो सकता है. जबकि इन तिथियों को दैनिक तापान्तर काफी अधिक क्रमशः 16, 15 एवं 13 अंश सेण्टीग्रेट हो सकता है. इतना अधिक दैनिक तापान्तर का होना यह सिद्ध करता है कि तापमान की तल्खी काफी तेज रहेगी और जितना वास्तविक तापमान होगा उससे कहीं अधिक महसूस होगा. आज भी अधिकतम तापमान 44 अंश सेण्टीग्रेट रहा. इसके बाद 19 जून को कुछ राहत होने की संभावना है, और इस दिन अधिकतम तापमान 36 अंश सेण्टीग्रेट एवं न्यनतम् तापमान 26 अंश सेण्टीग्रेट रहने की सम्भावना है. गूगल प्राप्त मौसम की सम्भावनाओं के अनुसार 19 जून को आंशिक बादल छाए रह सकते हैं. जबकि 20 जून को अधिकांश आकाश बादलों से आच्छादित रह सकते हैं एवं कुछ वर्षा भी हो सकती है. पुनः 21 जून को आकाश में आंशिक बादल छा सकते है, किन्तु 22 जून को पूरा आकाश बादलों से ढक सकता है एवं वर्षा होने की भी प्रबल सम्भावना बन सकती है. 23 एवं 24 जून को भी आकाश में बादल छाए रह सकते है. इस तरह यदि उक्त सम्भावनाएँ सही हुई तो इसका मतलब यह है कि 20 जून से 24 जून के मध्य मानसून पूर्व वर्षा हो सकती है.
गूगल पर जारी संभावित तापमान के अनुसार 16, 17, 18, 19 , 20, 21, 22, 23 एवं 24 जून को अधिकतम् तापमान क्रमशः 43, 42, 39, 37, 36, 37, 37, 37 एवं 38 अंश सेण्टीग्रेट रह सकता है. जब कि न्यूनतम् तापमान क्रमशः 32, 31, 29, 28, 29, 29, 29, 30 एवं 29 रह सकता है.
उपर्युक्त संभावनाओं को तेखते हुए यह कहा जा सकता है कि अभी कम से कम एक सप्ताह तक गरमी से राहत मिलने वाली नहीं है. बचाव एवं सावधानी ही गरमी से बचने का एक मात्र उपाय है.