
मतदाताओं की खामोशी से बढ़ी प्रत्याशियों की बेचैनी
रसड़ा (बलिया). जनपद की दूसरी नगर पालिका रसड़ा पर्चा वापसी के बाद प्रत्याशियों ने चुनावी वैतरणी पार करने के लिए चुनावी बिसात शुरू कर दिया.
अब तक अपराजेय रहे वशिष्ठ नारायण सोनी छठवीं वार नपा कुर्सी पर कब्जा जमाने के लिए भाजपा से चुनावी मैदान में कूदे.
वही समाज सेवा कर सुर्खियां बटोरने वाले समाजसेवी विनय शंकर जायसवाल बसपा से चुनावी ताल ठोक रहे है. वही सपा से गोविंद गुप्ता कांग्रेस से राजकुमार गुप्ता आम आदमी पार्टी से सपना गुप्ता चुनावी ताल ठोक रहे हैं लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा और बसपा में देखने को मिल रहा है.
वशिष्ठ नारायण सोनी को जहां भाजपा का साथ मिल रहा है वही विनय शंकर जायसवाल को बहुजन समाज पार्टी के विधायक उमाशंकर सिंह का साथ मिल रहा है. इस बार की लड़ाई भाजपा बनाम बसपा विधायक उमाशंकर सिंह के बीच होने जा रही है. कहीं-कहीं सपा कांग्रेस एवं आम आदमी के प्रत्याशी भी उपस्थिति दर्ज कराते नजर आ रहे हैं.
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पिछली बार त्रिकोणीय लड़ाई में वशिष्ठ नारायण सोनी अपनी पत्नी मोती रानी सोनी को निर्दल प्रत्याशी के रूप में ही बसपा एवं भाजपा को धूल चटा कर पांचवी बार कब्जा जमाया था. इस बार की लड़ाई भाजपा एवम बसपा में सीधी टक्कर देखने को मिल रही है अगर विरोधी वोटों का बंटवारा नहीं हुआ तो भाजपा प्रत्याशी के लिए छठी बार कुर्सी पर कब्जा जमाना टेढ़ी खीर साबित हो सकता है.
पिछली बार चुनाव लड़ चुके राजेश जायसवाल भी विनय शंकर जायसवाल को समर्थन देकर लड़ाई को और रोचक बना दिया है. उमाशंकर सिंह भी पिछली हार का बदला लेने के लिए इस बार आतुर नजर आ रहे है.
दोनो ही प्रत्याशियों द्वारा शक्ति प्रदर्शन कर मतदाताओं को अपनी तरफ आकर्षित करने की होड़ सी लग गई है. कल तक शोर मचाने वाले मतदाताओं की खामोशी भी प्रत्याशियों की बेचैनी बढ़ा दिया है. अब तो आने वाला समय ही बताएगा ऊट किस करवट बैठेगा?
रसड़ा से संतोष सिंह की रिपोर्ट