करीमुद्दीनपुर। महेंद गांव में बकरी चराने के विवाद में दो पक्षों में तकरार हुई. उसी बीच एक पक्ष के हमले में दूसरे पक्ष के रिटायर्ड दारोगा मैनुद्दीन खां (60) की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि उनके तीन बेटे जियाउद्दीन (35), जुबैर (30) तथा दानिश (25) जख्मी हो गए. वाकया शुक्रवार की शाम करीब साढ़े तीन बजे का है. घटना की जानकारी के बाद एसपी ग्रामीण अनिल कुमार सहित सीओ प्रभात कुमार भी मौके के लिए रवाना हो गए. गांव में तनाव की स्थिति है. यह भी इत्तेफाक ही रहा कि दारोगा मैनुद्दीन खां घटना से कुछ ही देर पहले बलिया से रिटायर्ड होकर गांव पहुंचे थे. एसपी ग्रामीण ने बताया कि रिटायर्ड दारोगा की मौत मारपीट में चोट से नहीं, बल्कि अचानक हृदयाघात से हुई है. ग्रामीणों के मुताबिक यूपी पुलिस के सिपाही नियाज खां के परिवार की बकरी मैनुद्दीन खां के खेत में चली गई थी. उसको लेकर दोनों परिवारों के बच्चों में झगड़ा हुआ, फिर बड़े भिड़ गए. उसी बीच नियाज की तरफ से लोग मैनुद्दीन खां के बेटों पर लाठियां लेकर पिल पड़े. यह देख मौके पर पहुंचे मैनुद्दीन खां को सदमा लगा. वे वहीं गिर पड़े. कुछ ही देर में उनका शरीर ठंडा पड़ गया.