


सिकंदरपुर (बलिया)। कई दिनों से उफान पर रही घाघरा नदी का पानी फिलहाल स्थिर हो गया है. इसी के साथ पानी के तेज बहाव व पुरवा हवा के दबाव के चलते विभिन्न दियारों में कटान तेज हो जाने से वहां के किसानों में चिंता एवं दहशत पैदा हो गई है.
पिछले 24 घंटों में इन दियारों में करीब 6 बीघा क्षेत्रफल की उपजाऊ और गैर उपजाऊ जमीन कटकर नदी में समाहित हो चुकी है. कटान से सर्वाधिक प्रभावित दियारा खरीद है, जहां अब तक 4 बीघा से अधिक फसल जमीन सहित कटकर नदी में विलीन हो चुकी है. इस दियारा में करीब एक किलोमीटर लंबाई में कटान लगा हुआ है, जिससे नदी किनारे होकर स्टीमर को जाने वाले मार्ग का अस्तित्व समाप्त हो गया है. इसके चलते लोग दूसरे मार्गों से घाट तक आवागमन करने को विवश हैं. इसी के साथ घाट के पूरब तरफ कटान की चपेट में आकर सत्येंद्र यादव व रामदेव यादव के कंद व परवल की फसल तथा अनिल यादव के गन्ना की फसल सहित दो बीघा क्षेत्रफल की जमीन कटकर नदी में चली गई है. तेज कटान से चिंतित किसान अपने खेतों में खड़े बबुल के पेड़ों को काटने को विवश हैं.
