उन्नाव। देश के सबसे लंबे ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे का उद्धघाटन हो गया. प्रदेश के मुख्य मंत्री अखिलेश यादव और उनके पिता सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने सोमवार को देश के सबसे लंबे एक्सप्रेस-वे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे का उद्घाटन किया. उद्घाटन में फाइटर जेट विमान शामिल हुए. एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन लखनऊ से 50 किलोमीटर दूर उन्नाव में किया गया, जिसके बाद यह पब्लिक के लिए खुल गया.
इस एक्सप्रेस वे के कारण दिल्ली से लखनऊ के बीच सफर करने में अब मात्र 6 घंटे का वक्त लगेगा, तो वहीँ दिल्ली से गोरखपुर भी रोड के माध्यम से अब 10 घंटे में पहुंचा जा सकेगा. रोड से सफर करने वाले अब दिल्ली से ताज एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल कर के आगरा तक पहुंच सकतें है और उसके बाद वे आगरा से इस नए एक्सप्रेस वे से लखनऊ तक मात्र 3.30 घंटे में पहुंच जायेंगे. लखनऊ से आगे गोरखपुर तक की यात्रा लोग फ़ोरलने के माध्यम से पूरी कर सकतें हैं. इस प्रकार दिल्ली से गोरखपुर को जाने वाले लोग इस रोड के माध्यम से मात्र 10 घंटों में अपनी यात्रा पूरी कर सकतें हैं.
आज उद्धघाटन समारोह में वायुसेना के चार सुखोई और चार मिराज विमान शामिल हुए. सुखोई विमान बरेली और मिराज विमान ग्वालियर से उड़ान भरे और एक्सप्रेस वे पर टच डाउन किए. यह पहली बार हुआ जब किसी रोड के उद्घाटन समारोह में जहाज शामिल हुए. रिपोर्ट्स के मुताबिक इस हाई-वे के निर्माण की लागत 15000 करोड़ बताई जा रही है.
इससे पहले शुक्रवार को एक्सप्रेस-वे पर फाइटर जेट उतारने के लिए ट्रायल किया गया था. ऐसा डिफेंस मिनिस्ट्री के प्लान के तहत किया गया था, जिससे यह जांचा जा सके कि आपातकाल की स्थिति में एयर फील्ड्स खाली न होने पर फाइटर जेट को हाई-वे पर उतारा जा सकता है या नहीं. हाल ही में सीएम अखिलेश यादव ने अपने परिवार के साथ एक्सप्रेस-वे की यात्रा की थी और उसके बाद लोगों को चेतावनी दी थी. उन्होंने लोगों से एक्सप्रेस-वे पर सावधानी से गाड़ी चलाने और 100 से ज्यादा स्पीड न रखने का आग्रह किया था.
302 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस वे को महज 23 महीने में बनाया गया है. अधिकारियों ने कहा कि धुंध और दुर्घटना कम हो इसके लिए ऑटोमैटिक मैनेजमेंट सिस्टम का इस्तेमाल किया गया है.
आइए जानते हैं इस एक्सप्रेस वे की कुछ खास बातें
- आगरा से लखनऊ सफर करने में अब मात्र 3.30 घंटे लगेंगे.
- यह भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेस है.
- इस एक्सप्रेस वे पर 2 किलोमीटर लंबा स्ट्रेच फाइटर प्लेन्स के लिए बनाया गया है.
- इस एक्सप्रेस वे पर 120 किमी/घंटे की रफ़्तार से गाड़ियां चलायी जा सकतीं हैं.
- कोहरे से बचने के लिए इस एक्सप्रेस वे पर ऑटोमैटिक ट्रैफिक मैनजमनेट सिस्टम की व्यवस्था की गयी है.
- इस 6 लेन के एक्सप्रेस वे को जरूरत पड़ने पर 8 लेन में परिवर्तित किया जा सकता है.
- इस एक्सप्रेस वे पर कुल 13 बड़े पुल, 4 रेल ओवर ब्रिज, 57 छोटे ब्रिज, 74 अंडरपास, 148 पेडेस्ट्रियन अंडरपास और 9 फ्लाईओवर बनाए गए हैं.
- यह एक्सप्रेस वे 10 जिलों से होकर गुजरेगा. यह आगरा से शुरू होकर शिकोहाबाद, फ़िरोज़ाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, कानपुर, उन्नाव और हरदोई होते हुए लखनऊ को कनेक्ट करेगा.
- यह एक्सप्रेसवे 4 नेशनल हाई वे, 2 स्टेट हाई वे, 5 नदियों (गंगा, यमुना, इसान, साई और कल्याणी) से होकर गुजरेगा.
- यह एक्सप्रेस वे आगरा के एत्मादपुर गांव से शुरू होकर लखनऊ के मोहन रोड स्थित सरोस भरोसा गांव पर ख़त्म होगा.