बलिया। जिलाधिकारी सुरेंद्र विक्रम ने शुक्रवार को सोहांव ब्लॉक के मेड़वरा कला गांव में चौपाल लगाकर खुली बैठक में जनता की समस्याओं को सुना. साथ ही गांव व क्षेत्र के विकास पर ग्रामीणों संग चर्चा की. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को उनके द्वार तक योजनाओं को पहुंचाने के लिए सरकार प्रयासरत है. जरूरी है कि इसमें गांव के जनप्रतिनिधि भी पूरा सहयोग करें. गांव की कमियों को बताएंगे तभी उसे दूर किया जा सकेगा. जिलाधिकारी ने सरकार की लाभकारी योजनाओं के बारे में ग्रामीणों को जानकारी दी.
चौपाल के दौरान परियोजना निदेशक ने गांव में हुए विकास कार्य से ग्रामीणों को अवगत कराकर सत्यापन किया. चौपाल को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि सुदूर इलाका होने के नाते गांव के आस पास स्कूल, अस्पताल आदि बुनियादी सुविधाओं पर विशेष जोर होगा. ग्रामीणों की मांग पर नजदीक ही धान क्रय केंद्र की व्यवस्था होगी. सिंचाई के लिए विद्युत कनेक्शन की मांग पर कहा कि विद्युत विभाग के अधिकारी इसके लिए जल्द ही गांव में आएंगे. गांव के आंगनबाडी केंद्र, स्कूल पर जाने वाले रास्तों पर जल जमाव की समस्या को दूर कराने कहा.
पेंशन से जुड़ी समस्या ज्यादा आने पर जिलाधिकारी ने कहा कि इस महीने के बाद कल्याण विभाग जैसे समाज कल्याण, पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, महिला कल्याण विभाग, विकलांग कल्याण विभाग आदि के कर्मी गांव में ही एक कैम्प लगाएंगे. बीडीओ को निर्देश दिया कि इससे पहले गांव के हर पात्र की एक सूची बना ली जाए. कैम्प में ही आनलाईन आवेदन की भी सुविधा होगी. पीएम आवास योजना के तहत छूटे पात्रों की भी सूची बनाने को कहा. गांव की एक युवती ने जिलाधिकारी ने दिव्यांग पेंशन देने की बात कही. जिलाधिकारी ने कहा कि क्यों न पेंशन की जगह रोजगार दिया जाए. युवती की शैक्षिक योग्यता अच्छी होने पर कहा कि रोजगार कार्यक्रमों के तहत काफी कुछ कर सकती हो. खादी ग्रामोद्योग विभाग या जिला उद्योग केंद्र विभाग के माध्यम से अनुदान राशि का लाभ लेकर रोजगार के लिए प्रेरित किया. सुदूर इलाका होने के नाते बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया. चौपाल में एसडीएम सदर निखिल टीकाराम, तहसीलदार जितेंद्र सिंह, बीडीओ, एपीओ राजेश यादव आदि मौजूद रहे.
गड़हांचल में बने नवनिर्मित अस्पताल भवन का किया निरीक्षण
जिलाधिकारी ने मेड़वरा गांव में बने नवनिर्मित अस्पताल का भी निरीक्षण किया. एसीएमओ डॉ राजनाथ को अस्पताल में हर बेसिक सुविधाओं को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. कहा जल्द ही इसका उद्घाटन होगा और यह अस्पताल इस सुदूर इलाके के लिए काफी राहत भरा होगा. मरीजों के लिए बेड, बिजली, इन्वर्टर समेत हर व्यवस्था यहां होगी.
चौपाल में दिल्ली गैंगरेप पीड़िता निर्भया के माता-पिता भी मौजूद थे. निर्भया की माता ने जिलाधिकारी ने मांग की कि नवनिर्मित अस्पताल निर्भया के नाम पर ही हो. इसका जल्द लोकार्पण हो और यहां 24 घंटे चिकित्सा व्यवस्था हो. इसके अलावा गांव में एक इंटर कालेज की व्यवस्था हो जाए ताकि बालिकाओं को शिक्षा के लिए दूर न जाना पड़े. जिलाधिकारी ने भरोसा दिलाया कि सरकार बालिकाओं की शिक्षा हो या सुरक्षा, हर सुविधाओं के प्रति संवेदनशील है. बालिकाओं के हित में जो भी कार्य होगा, किया जाएगा.