रसड़ा (बलिया)| रसड़ा – मऊ रेल मार्ग पर छितनहरा रूपलेपुर गांव के समीप बृहस्पतिवार की शाम कई दिनों से घर से लापता धनंजय पाण्डेय (35) का शव पाए जाने से क्षेत्र में सनसनी फ़ैल गयी. सूचना पर पहुंचे ग्रामीणों ने पुलिस को शव देने से मना कर दिया. ग्रामीण हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. क्षेत्राधिकारी श्रीराम तथा कोतवाल पीके मिश्र की ओर से कार्रवाई किए जाने के आश्वासन पर ग्रामीणों ने पुलिस को शव सौंपा.
कोतवाली क्षेत्र के रसूलपुर निवासी धनंजय की पत्नी माधुरी देवी ने बृहस्पतिवार की सुबह कोतवाली में तहरीर देकर गांव के ही एक युवक पर अपने पति को घर से गायब किए जाने का आरोप लगाया था. माधुरी देवी ने आरोप लगाया कि उनके पति को गांव के ही मनीष पाण्डेय 16 अक्टूबर की शाम खिरौली गांव में निमंत्रण पर ले गए थे. इसके बाद वे घर नहीं लौटे. इस तहरीर पर पुलिस अभी कुछ समझ पाती, तब तक शाम को धनंजय पाण्डेय की लाश छितनहरा रूपलेपुर गांव स्थित रेलवे ट्रैक पर पाई गई. शव देखने से पता चलता था कि ह्त्या करके रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया गया हो. कारण, शरीर पर कई जगह चोट के निशान भी देखे गए. इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं, जो पुलिस के लिए जांच का विषय है.