तहसील गेट बन्द कर अधिवक्ताओं ने दिया धरना

अधिवक्ता चन्द्रशेखर को हत्या की साजिश की आशंका

बांसडीह(बलिया)।  युवा अधिवक्ता चन्द्रशेखर की हत्या की साजिश रचने वालों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अधिवक्ता संघ ने तहसील गेट बंद कर मंगलवार को धरने पर बैठ गये. बता दे कि हुसैनाबाद निवासी जिला पंचायत सदस्य व अधिवक्ता चन्द्रशेखर सिंह पिछले महीने 25 अक्टूबर को लगभग पाँच बजे अपने घर जा रहे थे. इसी बीच रास्ते मे उनको लगा की कोई व्यक्ति हमारी हत्या करने के लिए पीछे लगा हुआ है. इस घटना से भयभीत अधिवक्ता चन्द्रशेखर सिंह ने इसकी जानकारी तहसील अध्यक्ष अधिवक्ता महेश प्रताप सिंह को दी. इस प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए बलिया बार ने इसकी शिकायत 30 अक्टूबर को जिलाधिकारी बलिया देते हुए अधिवक्ता के जान माल की सुरक्षा की गुहार लगाई थी. हत्या की साजिश करने वालो की गिरफ्तारी के साथ ही कार्यवाही करने की मांग भी की थी. इस दौरान उपजिलाधिकारी के बुलावे पर अधिवक्ताओं ने उपजिलाधिकारी अनिल कुमार, तहसीलदार मुकेश कुमार सिंह व प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार त्रिपाठी के बीच घण्टों वार्ता चली. वार्ता के दौरान अधिवक्ताओं ने कहा कि पिछले महीने जो जिलाधिकारी महोदय के यहाँ प्रार्थना पत्र दिया गया है. उस पर कार्यवाही की जाय. इस पर कोतवाली निरीक्षक संजय त्रिपाठी ने कहा कि जिलाधिकारी महोदय के यहाँ से ज्योहीं अधिवक्ताओ का शिकायती पत्र आया त्योंही मैन संदेह के आधार पर कई लोगों को थाने लाकर गहन पूछ ताछ की और कइयों पर कानूनी कार्यवाही भी की. जाँच चल भी रही है. इस तरह वार्ता का दौर घण्टों चला लेकिन किसी नतीजे पर नही पहुँचा.

तहसील दिवस के दिन ही नाराज अधिवक्ताओ मेन गेट में ताला जड़ कर वही धरने पर शाम तक बैठे रहे. जिसके चलते फरियादी अपनी फरियाद तहसील में जाकर नही कर पाए. कोर्ट के भी सारे कार्य बाधित रहे.
इस मौके पर संगठन के पूर्व जिला अध्यक्ष मदन लाल वर्मा, तहसील अध्यक्ष महेश प्रताप सिंह, पूर्व अध्यक्ष भानु सिंह, अधिवक्ता प्रभात तिवारी, ज्ञानप्रकाश कुशवाहा, सुरेंद्र यादव, सुरेंद्र वर्मा, मार्कण्डेय यादव, मनीष सिंह, अनिल सिंह, दुर्गेश वर्मा, राजू सिंह, अरविंद सिंह, घनश्याम पांडेय, बसंत प्रसाद आदि रहे.

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