‘मंगल‘ मस्ती में चूर चलल, पहिला बागी मसहूर चलल, गोरन का पलटनि का आगे, बलिया के बाँका शूर चलल

भारत ही नहीं, विश्व भर में ब्रिटिश राज्य फैला हुआ था. कहते है उनके राज्य में सूर्य कभी अस्त नहीं होता था. फिर किसी की क्या मजाल कि ब्रिटिश हुकुमत के खिलाफ कोई आवाज निकाल दे.

मंगल पाण्डेय के जन्मभूमि को ऐतिहासिक धरोहर न बना पाना जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा का परिचायक- सुरेन्द्र सिंह

निर्जीव भारत को सजीव भारत बनाने का श्रेय अगर किसी को जाता है तो वह महापुरुष मंगल पांडे ही हैं

प्रख्यात साहित्यकार ब्रह्मा शंकर पांडेय का निधन

प्रख्यात साहित्यकार ब्रह्मा शंकर पांडेय का 30 जनवरी को दोपहर लगभग 12 बजे निधन हो गया. यह जानकारी उनके भतीजे अमृत ने दी है. वह लक्ष्मी अस्पताल (कैंट) में भर्ती थे.

जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रहे हैं साहित्यकार ब्रह्माशंकर पांडेय, हालत चिंताजनक

साहित्यकार ब्रह्मा शंकर पांडेय गंभीर रूप से बीमार हैं. उम्र लगभग 100 वर्ष. रेलवे के मंडलीय अस्पताल (कैंट) में भर्ती हैं. उनके भतीजे अमृत से सूचना मिलने पर शुक्रवार दोपहर में उन्हें देखने मैं भी अस्पताल पहुंच गया.