बलिया में इन स्थानों पर आज भी झूठ बोलने से डरते हैं लोग…. आखिर क्यों

बचपन में हम सबने सुना होगा कि झूठ बोलना पाप है, नदी किनारे सांप है. इसके बावजूद हम झूठ से परहेज़ नहीं करते क्योंकि कहीं न कहीं यह हम इंसानों के डीएनए का हिस्सा है.