उत्तर प्रदेश की सियासी बिसात में जेल में बंद कुछ रसूखदार कैदी भी अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज करा रहे हैं. तीन कैदी जेल से ही चुनाव के मैदान में उतरे हैं, तो वहीं जेल में बंद पांच कैदियों ने अपनी पत्नियों को चुनाव में उतारा है.
पत्नी सारा की हत्या के मामले में गाजियाबाद के डासना जेल में बंद अमनमणि त्रिपाठी को विधानसभा चुनाव में नामांकन के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने दो दिन की पैरोल दी है.