बलिया। जनपद की सामाजिक संस्था ‘छात्र सहायता समिति‘ के तत्वावधान में रविवार को प्रातः पांच बजे मां गंगा तट सफाई अभियान कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया. संस्था द्वारा मां गंगा तट सफाई अभियान में लोगों ने बढ़चढ़कर साफ-सफाई किया और कार्यक्रम की सराहना की.
संस्था के अध्यक्ष सर्वदमन जायसवाल ने कहा कि गंगा नदी भारत में पवित्र मानी जाती है, तथा इसकी उपासना मां और देवी के रूप में की जाती है. वैज्ञानिक मानते है कि इस नदी के जल में बैक्टीरियोफेज नामक विषाणु होते है. जो जीवाणुओं एवं अन्य हानिकारक सूक्ष्मजीवों को जीवित नहीं रहने देते है. गंगा की इस असीमित शुद्धिकरण क्षमता और सामाजिक श्रद्धा के बावजूद इसका प्रदूषण रोका नहीं जा सका है. प्रदूषण का मुख्य कारण कौन है? यह प्रश्न बहुत चिंतनीय है. हम लोग गंगा नदी में हर तरफ से आ रहा मल, मूत्र का कचरा, औद्योगिक कचरा, बूचड़खानों का कचरा एवं नाली-नालो के गंदे पानी का सीधे गंगा नदी में जाकर मिलना है. श्री जायसवाल ने कहा कि हम सबको यह संकल्प लेना होगा कि हम लोग गंगा नदी को प्रदूषण करने वाले किसी प्रकार का कार्य नहीं करेंगे.
सतीश यादव पप्पू ने कहा कि गंगा या किसी भी नदियों के किनारे हम जब नहाने तथा घूमने जाते है, तो वहां हम लोग जल प्रवाह के नाम पर पूजा में प्रयोग होने के बाद बचे कचरा जल प्रवाह कर देते है. जबकि ऐसा नहीं करना चाहिए. राकेश चंद्र गुप्ता ने कहा कि हम लोग मिलकर लोगों को जागरूक करने का कार्य करेंगे. अमित पाण्डेय ने कहा कि हम लोग मिलकर संस्था के द्वारा जन-जागरूका कार्यक्रम करायेंगे और अधिक से अधिक लोगों को इस मुहिम में जोड़ा जायेगा. इस अवसर पर भानुप्रकाश वर्मा, संतोष गुप्ता, शांतम शुक्ला, नरेन्द्र गुप्ता, शशि सिंह, बच्चालाल साह, गोपाल जी वर्मा, मिंटू सिंह, अशोक यादव, सत्यप्रकाश राय, राकेश शर्मा, मुकेश वर्मा, अजीत सिंह, दीपक जायसवाल, अशोक सिंह बिट्टू, अक्षत जायसवाल, दारा जी, वरूण उपाध्याय, रतनप्रकाश वर्मा, राकेश गुप्ता आदि मौजूद रहे. अध्यक्षता संस्था के अध्यक्ष सर्वदमन जायसवाल तथा संचालन संजय उपाध्याय ने किया.