- उमाशंकर बने जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष
बांसडीह, बलिया. जिला कांग्रेस कमेटी बलिया का कार्यवाहक जिलाध्यक्ष पूर्व ब्लाक प्रमुख उमाशंकर पाठक को नियुक्त किया गया है.कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने पत्र जारी कर नियुक्ति की सूचना दी है.
बांसडीह क्षेत्र के छोटकी सेरिया गांव निवासी उमाशंकर पाठक राजनीति में सक्रिय भूमिका में रहने वाले परिवार से हैं .पाठक वर्तमान में क्रय विक्रय समिति रानीगंज बैरिया से अध्यक्ष है. पूर्व में आजमगढ मण्डल प्रमुख संघ के अध्यक्ष रहे हैं.
पाठक की पत्नी नीलम पाठक वर्ष 2006 में व उमाशंकर पाठक वर्ष 2011 में बांसडीह ब्लाक के निर्विरोध ब्लाक प्रमुख निर्वाचित हुए थे.
बांसडीह से रविशंकर पांडेय की रिपोर्ट - धूमधाम से मनाई गई अंबेडकर जयंती
बलिया.संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर की 132 वी जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया. जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार ने डॉ भीमराव अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर और दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की.
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि आजादी के बाद भारत में सभी को समानता का अधिकार मिले. इसके लिए संविधान सभा का गठन किया गया और उसमें प्रारूप समिति का अध्यक्ष डॉ अंबेडकर को बनाया गया. अंबेडकर की ही देन है कि आज हम सभी को बराबरी का दर्जा प्राप्त है और भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है.आज विश्व के अन्य देश भारत के लोकतंत्र से शिक्षा लेते हैं और अपने यहां भी भारत जैसा लोकतंत्र स्थापित करने का प्रयास करते हैं.
भीमराव अंबेडकर ने जो संविधान हमें दिया उसके लिए हम भारतवासी हमेशा उनके आभारी रहेंगे और यदि हम डॉ अंबेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि देना चाहते है तो उनके बनाए संविधान के प्रति आस्था और विश्वास बनाए रखें और उसका पालन करें. यही हमारी सबसे बड़ी श्रद्धांजलि होगी.
अपर जिला अधिकारी बलिया ने कहा कि हमें डॉ अंबेडकर के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए.उनका जीवन संघर्ष हमें यह शिक्षा देता है कि हमें किसी भी परिस्थिति में हार नहीं माननी चाहिए और अपने लक्ष्य के प्रति हमेशा प्रयत्नशील रहना चाहिए.
इस अवसर पर नगर मजिस्ट्रेट, मुख्य राजस्व अधिकारी, उप जिलाधिकारी सर्वेश यादव तथा कलेक्ट्रेट के कर्मचारी गण उपस्थित थे.
- शिक्षक एवं छात्राओं ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर डाला प्रकाश
विश्व में भारत सबसे मजबूत एवं ताकतवर लोकतांत्रिक देश -अमित सिंह
दुबहर, बलिया. शहीद मंगल पांडे राजकीय महिला महाविद्यालय में भारत रत्न बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जयंती
आजादी के अमृत महोत्सव और एनएसएस के संयुक्त तत्वावधान में मनाई गई. महाविद्यालय केप्राचार्यअमित कुमार सिंह द्वारा कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलन एवं बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के तैल चित्र पर पुष्पांजलि करके किया गया.
कार्यक्रम की मुख्य वक्ता रानी यादव बीए प्रथम सेमेस्टर थी जिन्होंने अपने उद्बोधन में बाबा साहेब की जीवन उनके संघर्ष और उनकी शिक्षा से समाज के योगदान पर प्रकाश डाला. छात्राओं में कुमुद पाठक, जागृति गुप्ता एवं अनुष्का ने भी बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के जीवन पर प्रकाश डाला.अनुष्का ने अपनी कविता के माध्यम से बाबासाहेब के संपूर्ण जीवन की व्याख्या की.अध्यक्षीय भाषण में महाविद्यालय के प्राचार्य अमित कुमार सिंह ने बताया कि बाबासाहेब के संघर्षों का ही परिणाम है कि आज विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र अपने स्वतंत्रता, समानता और न्याय के बल पर एक सामाजिक समरसता बनाते हुए विश्व बिरादरी में सशक्त रूप से खड़ा है. कार्यक्रम का संचालन एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ रजनी कांत तिवारी एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. विवेक कुमार सिंह ने किया. इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. शिवेंद्र नाथ दुबे, डॉ. मु.इसरार खा.,डॉ.धनंजय कुमार सिंह एवं महाविद्यालय के कर्मचारी राम हित राम, श्रीमती सुंदरिया देवी एवं अन्य कर्मचारी गण उपस्थित रहे.
बलिया से केके पाठक की रिपोर्ट - एनएमजी इंटर कॉलेज में धूमधाम से मनाई गई डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती
सिकन्दरपुर, बलिया. स्थानीय नूरजहां मुस्लिम गर्ल्स इंटर कॉलेज व चाइल्ड एजुकेशन सेंटर के प्रांगण में शुक्रवार को डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती धूमधाम से मनाई गई. प्रधानाचार्य सन्तोष शर्मा ने डॉ. भीमराव आंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. मौजूद अध्यापक अध्यापिकाओं, छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि इस दिन को समानता दिवस और ज्ञान दिवस के रूप में भी मनाया जाता है. कहा कि भारत रत्न बाबा साहब आंबेडकर ने समाज के वंचित वर्ग को शिक्षित व सशक्त किया. कहा कि अंबेडकर ने जाति प्रथा का पूर्ण रूप से उन्मूलन कर इंसानियत की नींव रखी. उनमें गांधी का सपना और महात्मा बुद्ध की करुणा दोनों थी. वक्ताओं ने बाबा साहब के जीवन दर्शन पर विस्तार से प्रकाश डाला. साथ ही डॉ. आंबेडकर के विचारों को आत्मसात करने का संकल्प लिया.दयानंद प्रसाद, एहसानुल्लाह, आसिफ अली अंसारी, अनिल यादव, घनश्याम प्रसाद, आसिफ खान, मनोहर कुमार, राजाराम यादव, राजेश राय, हिना कैसर, नाहिद फातमा, शांति मोदनवाल, पिंकी सोनी, नफीसा खातून, कनीज गौसिया, ममता चौहान, हुमा नसरीन, निकिता, राबिया सुल्ताना, मुख्तार अहमद आदि मौजूद रहे. संचालन गौहर खान ने किया.
सिकंदरपुर से संतोष शर्मा की रिपोर्ट
- रेवती, बलिया. स्थानीय विकास खण्ड अन्तर्गत विशुनपुरा ग्राम सभा में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सांसद सलेमपुर एवं बांसडीह विधायक द्वारा ग्राम सभा में कराये गये आठ विकास कार्यों का उद्घाटन किया गया. इस दौरान ग्राम प्रधान अर्जुन चौहान की दादी स्व.राजमुनि देवी के पुण्यतिथि समारोह में सांसद रविन्द्र कुशवाहा एवं विधायक केतकी सिंह द्वारा सैकड़ों महिला-पुरूष को वस्त्र वितरित किया गया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सलेमपुर सांसद रविंद्र कुशवाहा ने कहा कि हमें अपने बुजुर्गों का ध्यान रखना चाहिए.सांसद ने कहा कि जिस तरह बिशुनपुरा ग्राम प्रधान ने ग्राम सभा में विकास कार्य किए हैं, उससे अन्य ग्राम सभाओं के ग्राम प्रधान बंधुओं को सीख लेना चाहिए ताकि उन ग्राम सभाओं का विकास होने के साथ-साथ आम लोगों को सरकार द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ भी मिल सके. उन्होंने सांसद निधि से एक सीसी मार्ग बनाने का ऐलान किया.
बांसडीह विधायक केतकी सिंह ने कहा कि केंद्र में नरेंद्र मोदी तथा प्रदेश में योगी जी के नेतृत्व में सरकार सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास के साथ कार्य कर रही है. जिसका ज्वलंत उदाहरण आपके सामने है कि बिशुनपुरा ग्राम सभा में आठ विकास कार्यों का उद्घाटन किया गया. विधायक केतकी सिंह ने अपने निधि से ग्राम सभा में दो मार्ग बनवाने का घोषणा किया.
इस मौके पर भाजपा जिला कार्य समिति के सदस्य कौशल सिंह, क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल सिंह,दिनेश तिवारी, राणा प्रताप यादव दाढ़ी, अभिज्ञान तिवारी, राणा योगेन्द्र विक्रम सिंह मांडलू, शम्भू शरण बेहाल, आशुतोष सिंह गुड्डू, मिथिलेश तिवारी, राकेश वर्मा, धनंजय सिंह, ग्राम पंचायत अधिकारी शशांक शेखर पाण्डेय आदि मौजूद रहे. अध्यक्षता विजय प्रताप सिंह तथा संचालन सत्येन्द्र सिंह ने किया. आगंतुकों के प्रति आभार ग्राम सभा बिशनपुरा के प्रधान अर्जुन सिंह चौहान ने व्यक्त किया.
पुष्पेंद्र तिवारी सिंधु की रिपोर्ट - भंडारे के साथ सप्ताह तक चले श्रीमद् भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ का हुआ समापन
वासुदेवाचार्य विद्या भास्कर स्वामी को नगवा से दी गई भावभीनी विदाई
दुबहर, बलिया. परमात्मा बिना मांगे ही भक्तों को सब कुछ प्रदान कर देता है. जिस प्रकार भगवान द्वारिकाधीश ने अपने परमभक्त और बालसखा सुदामा को बिना मांगे ही दो लोकों का ऐश्वर्य प्रदान कर दिया था.
उक्त बातें भारत के महान मनीषी संत त्रिदंडी स्वामी जी महाराज के कृपापात्र वासुदेवाचार्य विद्या भास्कर स्वामी जी महाराज ने क्षेत्र के नगवा में हो रहे श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ के अंतिम दिन प्रवचन के दौरान कही.
उन्होंने कहा कि भक्त की साधना से खुश होकर भगवान रीझ जाते हैं.
कहा कि कलयुग केवल नाम अधारा सुमिरि सुमिरि नर उतरहि पारा. कलियुग में जीवन के सभी पापों से मुक्ति का एकमात्र आधार भगवान की भक्ति ही है.
अंतिम दिन सुखदेव जी द्वारा राजा परीक्षित को सुनाई गई श्रीमद् भागवत कथा का पूर्णता प्रदान करते हुए विभिन्न प्रसंगों का वर्णन किया. कहा कि भागवत कथा के श्रवण से मोक्ष की प्राप्ति होती है. कथा समापन के उपरांत भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें हजारों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया.
यज्ञ के मुख्य यजमान पंडित शिवजी पाठक इंजीनियर भगवतीचरण पाठक व इन्दु पाठक ने बाहर से आए हुए साधु-संतों को दान दक्षिणा देकर विदा किया.
इस अवसर पर प्रमुख रूप से डॉ जयगणेश चौबे, चंद्रकुमार पाठक, डॉ० बृजकिशोर पाठक, राकेश पाठक , अवध किशोर पाठक, जितेंद्र सिंह, अजय किशोर सिंह , विद्यासागर दुबे, कृष्णकांत पाठक ,पन्ना लाल गुप्ता , अरुण साहू , सभाजीत यादव, संजय पाठक, मुन्ना बाबा , विनोद पाठक , विश्वनाथ पाठक, अमृतांशु ,प्रियांशु , दीपक , शिवम, शुभम, वर्धन , राजू , मोहन , बाला, कृष्णा , अवधेश पाठक आदि लोग मौजूद रहे.
बलिया से केके पाठक की रिपोर्ट
- जिलाधिकारी द्वारा गेहूँ क्रय केन्द्र भगवानपुर का किया गया निरीक्षण
बलिया. जनपद में रबी विपणन वर्ष 2023-24 हेतु पी.सी.एफ द्वारा संचालित गेहूं खरीद केन्द्र क्रय-विक्रय सहकारी समिति भगवानपुर, विकास खण्ड हनुमानगंज का निरीक्षण जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार द्वारा किया गया .
निरीक्षण के दौरान क्रय केन्द्र प्रभारी दीपक कुमार सिंह अनुस्थित थे, कुछ समय बाद वह क्रय केन्द्र पर पहुंचे. मौके पर खरीद नहीं हो रही थी. इस संबंध में जब केन्द्र प्रभारी से जिलाधिकारी ने पूछा तो उनके द्वारा बताया गया कि किसानों के न आने के कारण खरीद नहीं हो रही है. केन्द्र प्रभारी द्वारा अवगत कराया गया कि गेहूं की खरीद ई-पास मशीन द्वारा की जा रही है व स्टॉक रजिस्टर उपलब्ध है. अभी तक कुल 09 किसानों से 516 कुन्तल गेहूं की खरीद की जा चुकी है. दिनांक 06.04.2023 को प्रथम किसान से खरीद की गयी थी. किसानों के भुगतान के संबंध में केन्द्र प्रभारी द्वारा बताया गया कि अभी तक किसी भी किसान को भुगतान नहीं हुआ है.इस संबंध में पूछे जाने पर नीरज कुमार, सहायक आयुक्त एवं सहायक निबन्धक, सहकारिता द्वारा बताया गया कि भुगतान हेतु धनराशि दिनांक 12.04.2023 को प्राप्त हुई है. यथाशीघ्र ही किसानों का भुगतान किया जाएगा.
जिलाधिकारी ने जिला खाद्य विपणन अधिकारी व सहायक आयुक्त एवं सहायक निबन्धक, सहकारिता को निर्देशित किया कि निर्धारित समयान्तर्गत किसानों का भुगतान किया जाए.केन्द्र प्रभारी को कृषकों से अधिक से अधिक सम्पर्क कर खरीद बढ़ाने एवं मानक व गुणवत्ता के अनुरूप गेहूँ क्रय करने के निर्देश दिया गया.
निरीक्षण के दौरान अविनाश चन्द्र सागरवाल, जिला खाद्य विपणन अधिकारी व नीरज कुमार, सहायक आयुक्त एवं सहायक निबन्धक, सहकारिता, बलिया उपस्थित रहे.
बलिया से केके पाठक की रिपोर्ट
- संस्कृति की मजबूती से भारत बन सकता है विश्वगुरुः अभयजी
दिन, माह की सटीक गणना का आधार पंचांगः प्रो. निर्मला एस. मौर्य
भारतीय कालगणना और वैज्ञानिक आधार विषय पर हुआ व्याख्यान
जौनपुर. वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के रज्जू भइया के आर्यभट्ट सभागार में वृहस्पतिवार को भारतीय कालगणना और वैज्ञानिक आधार विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया.
इस अवसर पर बतौर मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के धर्म जागरण प्रमुख अभय जी ने कहा कि भारत देश पर कई विदेशी आक्रांताओं ने आक्रमण किया किन्तु भारत ने कभी पराजय स्वीकार नहीं की बल्कि वह संघर्ष करता रहा. भारत को फिर से विश्वगुरु के रूप में आने के लिए अपनी संस्कृति को मजबूती से अपनाना होगा. उन्होंने कहा कि जो भी आक्रांता आए वे देश में तो रहे हमारी संस्कृति को खत्म करने के चक्कर में उसमें विलीन होते गए. उन्होंने इस संबंध में शक, कुषाण समेत कई धर्म के लोगों का उदाहरण दिया.उन्होंने कहा कि भारतीय कालगणना को अगर देखा जाय तो वह सभी विदेशी कालगणनाओं की तुलना में सबसे अधिक परिशुद्ध और पुरातन है. उन्होने सभी सिक्षकों एवं विद्यार्थियों से सरकारी कार्यों को छोड़कर निजी जीवन में भारतीय कालगणना को अपनाने की अपील की. उनका मानना है कि पैमाना बदलकर देश की संस्कृति को पीछे किया गया लेकिन हमारी परंपराओं ने काल गणना को संरक्षित किया है.
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि काल गणना ब्रह्मांड में स्थित सूर्य, चंद्रमा के आधार पर की जाती है. इसी आधार पर भारतीय पंचांग का निर्माण होता है. दिन, महीने की गणना का आधार भारतीय कैलेंडर यानी हमारा पंचांग ही है. हम वास्तु की ओर फिर से लौट रहे है. उन्होंने कहा कि समाज इसी गणना से समुचित ढ़ंग से चल सकता है. उन्होंने हिंदी मास और भाष्कराचार्य के गणित के क्षेत्र में योगदान की भी विस्तार से चर्चा की. अतिथियों का स्वागत प्रज्ञा प्रवाह के विभाग संयोजक संतोष त्रिपाठी एवं विषय प्रवर्तन कार्यक्रम संयोजक एवं निदेशक वैदिक प्रबंध अध्ययन केंद्र प्रो. अविनाश पाथर्डीकर ने किया. कार्यक्रम संचालन प्रज्ञा प्रवाह के जिला संयोजक डॉ. कीर्ति सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रो. अजय द्विवेदी ने किया. इस मौके पर ब्रह्मेश शुक्ल, अवधेश पाण्डेय, आलोक जी, श्रीप्रकाश सिंह, मनोज तिवारी ज्ञान प्रकाश उपाध्याय, संजीव सिंह कुतवन, शैलेंद्र निषाद, शिवनारायण पाठक, प्रो. बीबी तिवारी, प्रो. बीडी शर्मा, डॉ. मनोज मिश्र, डॉ. रसिकेश, डॉ. नितेश जायसवाल, डॉ. जाह्नवी श्रीवास्तव, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. अमित वत्स, डॉ. इंद्रेश कुमार, डॉ. शशिकांत त्रिपाठी आदि मौजूद रहे.
जौनपुर से डॉक्टर सुनील कुमार की रिपोर्ट
- उप्र सीनियर बेसिक शिक्षक संघ का स्वर्ण जयंती समारोह मनाया गया
पचासवें स्थापना दिवस पर सेवानिवृत्त व नवनियुक्त शिक्षकों का हुआ सम्मान
बलिया. उत्तर प्रदेश सीनियर बेसिक शिक्षक संघ के स्थापना की पचासवीं वर्षगांठ यानी स्वर्ण जयंती समारोह गुरूवार को टाउन इंटर कालेज के सभागार में आयोजित किया गया. समारोह में सेवानिवृत्त शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के साथ ही 2015 के पश्चात नियुक्त शिक्षकों को सम्मानित किया गया.
वक्ताओं ने उप्र सीनियर बेसिक शिक्षक संघ के संस्थापक स्व अयोध्या प्रासाद अवस्थी के संघर्षों को याद करते हुए कहा कि 1973 में आज ही के दिन उन्होंने संगठन की नींव रखी थी. उनके प्रयासों से जूनियर हाईस्कूलों के शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के लिए सेवा नियमावली बनाई गई थी. शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के खाते में आज सीधे वेतन जा रहा है तो यह भी उनके ही संघर्षों की देन है. सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों में कार्यरत शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के हितों रक्षा के लिए अयोध्या प्रसाद अवस्थी कई बार जेल गए लेकिन अपने लक्ष्य से कभी डिगे नहीं.
2006 में एक हजार जूनियर हाईस्कूलों को अनुदानित किए जाने का ऐतिहासिक फैसला भी उनके ही नेतृत्व में हुए संघर्ष का प्रतिफल है. उनके द्वारा तैयार किया गया संगठन आज विशाल वट वृक्ष का रूप लेकर प्रदेश के 61 जिलों में सफलतापूर्वक संचालित है.
इसके पहले स्वर्ण जयंती व सम्मान समारोह की शुरूआत संगठन के संस्थापक अध्यक्ष स्व अयोध्या प्रसाद अवस्थी, स्व कैलाशनाथ उपाध्याय व स्व तेजनारायण सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर हुई. विदेशीलाल यादव ने गीत प्रस्तुत किए.इस अवसर पर प्रांतीय संगठन मंत्री अनिल सिंह, कमलदेव सिंह, रामराज तिवारी, गिरिजा शंकर मिश्र, अशोक केसरी, अनूप सिंह, लक्ष्मण यादव, अमित सिंह, रामप्रताप सिंह, सुधीर उपाध्याय, नारायणदत्त तिवारी, अरुण सिंह, समर प्रताप सिंह, जितेंद्र सिंह, राजेश सिंह, कमलेश तिवारी, पुष्पराज सिंह, निर्भयशंकर राय, राजेन्द्र यादव, धर्मेन्द्र तिवारी, धनश्याम राय, विनोद मिश्रा, रामप्रवेश यादव, रजनीशधर द्विवेदी, दिलीप सिंह, अक्षयवर चौबे, विजय प्रताप ओझा आदि थे। अध्यक्षता गिरिजाशंकर राय व संचालन प्रांतीय उपाध्यक्ष सुशील कुमार पांडेय कान्हजी ने किया.
बलिया से केके पाठक की रिपोर्ट