


बैरिया (बलिया)। दीपावली की पूर्व संध्या पर यूं तो बैरिया से रानीगंज आते-जाते हर किसी का ध्यान गंदगी के अंबार व अंधेरे में डूबे शहीद स्मारक पर अवश्य गया होगा. खासकर तब जब बैरिया विधानसभा क्षेत्र में ईमानदारी और निष्ठा तथा समाज सेवा के ढोल पीटे जा रहे हैं. स्वच्छता अभियान का डंका बज रहा है. नगर पंचायत चुनाव के मुहाने पर खड़े बैरिया में सेवा और समाज के तराने गाए जा रहे हैं. स्वच्छता अभियान का अलख जगाया जा रहा है. निगाह तो सबकी पड़ी होगी.

लेकिन शहीद स्मारक पर ध्यान गया कॉलेज के सिर्फ 6 छात्रों का. पाण्डेयपुर गांव से रानीगंज बाजार में दीपावली की खरीददारी के लिए जा रहे 6 छात्रों की नजर गंदगी से भरपूर अंधेरे में डूबे शहीद स्मारक पर पड़ी, तो उनके हृदय में शहीदों के प्रति प्रेम की ज्वाला उठ गई. फिर क्या था. पड़ोस के घर वालों से बाल्टी व मग मांगकर जेब में मोमबत्ती और माचिस लिए शहीद स्मारक पर पहुंच गए. शहीद स्मारक को रगड़ रगड़ कर सफाई करने के बाद मोमबत्तियां जलाकर स्मारक को रोशनी से जगमग कर दिए. पाण्डेयपुर गांव निवासी पीजी कॉलेज दुबेछपरा के छात्र अतुल कुमार मिश्र, दिग्विजय मिश्र लाला, आशीष तिवारी, आमिर अंसारी, रणधीर तिवारी, अजय सिंह सोनू स्मारक पर मोबाइल का टार्च जलाकर साफ-सफाई कर दीप जलाते दिखे. रानीगंज से बैरिया जाते समय बलिया लाइव के इस संवाददाता ने नौजवानों को शहीद स्मारक पर साफ-सफाई करते और दीप जलाते देखा, तो उनसे एकाएक उमड़ी इस भावना व यहां ध्यान आने के बाबत पूछा. अतुल मिश्र का कहना था कि हम रास्ते से जा रहे थे. यहां की गंदगी और अंधेरा देखकर रहा नहीं गया. मन में यही बात आई कि अगर हम यहां दीप नहीं जलाते हैं, तो घर और मन्दिर में दीप जलाने का कोई अर्थ नहीं, और देश में चल रहे स्वच्छता अभियान का अहम पड़ाव तो यहीं से शुरू होना चाहिए. ऐसे छात्रों व उनके जज्बे को कौन सैल्यूट नहीं करना चाहेगा.