

बलिया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ 90 वर्षों से मां भारती की सेवा में 77 पर हैं. संघ के जिला प्रचार प्रमुख अरुण कुमार मही ने बताया कि संघ के स्वयंसेवक अपनी कार्यपद्धति से समाज में अपनी पहचान स्थापित कर रहे हैं. सेवक सेवा के बल पर बिना किसी मान प्रतिष्ठा के बिना किसी स्वार्थ के भारतीय संस्कृत की रक्षा हेतु अग्रसर हैं. परिवर्तन ही प्रकृति का नियम है. इस नियम के सापेक्ष में संघ के गणवेश में परिवर्तन हुआ है. अब हाफ खाकी नेकर की जगह भूरे रंग की फुल पैंट गणवेश का अंग है. इसका प्रदर्शन 18 दिसंबर दिन रविवार को बलिया रामलीला मैदान में दोपहर डेढ़ बजे विशाल एकत्रीकरण के माध्यम से किया जाएगा. रामलीला मैदान में पूर्ण गणवेश में स्वयंसेवकों का योग व्यायाम का प्रदर्शन एवं जनसभा होगी.
संघ की बैठक में बनी कार्य योजना
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कि विभाग कार्यालय जगदीशपुर में एकत्रीकरण कार्यक्रम योजना की बैठक संघ के जिला कार्यवाह विनय सिंह के देखरेख में हुई. उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हमें समय समय पर कार्य को गति देने के लिए परिवर्तन होते रहे हैं. वर्तमान समय में संघ के गणवेश में जो परिवर्तन हुआ है, उसमें खाकी निकर की जगह भूरे रंग की फुल पैंट एवं भूरे रंग का मोजा होगा. यह परिवर्तन 2015 के प्रतिनिधि सभा में पारित हुआ और 2016 के विजयादशमी से लागू है. बलिया जनपद के सभी स्वयंसेवकों ने नया गणवेश धारण कर लिया है. इसका प्रदर्शन 18 दिसंबर को बलिया नगर के रामलीला मैदान में विशाल एकत्रीकरण कर किया जाएगा.

नए गणेश के प्रदर्शन के साथ योग व्यायाम एवं सूर्य नमस्कार का भी प्रदर्शन होगा. कार्यक्रम के अंत में एक बौद्धिक समारोह का भी आयोजन किया गया है. इसके मुख्य वक्ता भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश के संगठन महामंत्री होंगे. बैठक में कार्यक्रम की व्यवस्था हेतु योजना रचना की गई. प्रमुख कार्यकर्ताओं को उनके दायित्व भी सोंपे गए. जनपद के समस्त स्वयंसेवकों से आग्रह किया गया है कि अधिक से अधिक संख्या में इस कार्यक्रम में उपस्थित हो. बैठक में प्रमुख रूप से नगर कार्यवाह संजय कश्यप, अखिलेश्वर, महेंद्र जी, निर्भय, उमापति, रामकुमार यादव आदि शामिल रहे. कार्यक्रम का संचालन चंद्रशेखर ने किया.