प्यार ही प्यार सबपे लुटावले बानी, जहां भी रही सबके दिल में बसत रही
बाँसडीह (बलिया) से रविशंकर पांडेय
आज मैं आपके सामने खड़ा होकर सम्मानित और साथ ही साथ दुःख महसूस कर रहा हूँ. सम्मानित इसलिए कि आज मुझे आप सब के बीच बोलने का मौका मिला है. दुखी इसलिए क्योंकि यह विदाई का का वक्त है.
मुरलीधर मिश्र, सेवा निवृत ग्रामीण डाक सहायक, उपडाकघर बाँसडीह के प्रांगण में विदाई समारोह को सम्बोधित करते हुए
उपडाकघर बाँसडीह के प्रांगण में सेवा निवृत ग्रामीणडाक सहायक के विदाई समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि उप डाकपाल सुनील उपाध्याय ने रुंधे गले से कहा कि नौकरी में आना व जाना तो लगा ही रहता हैं. लेकिन अच्छा कार्य करने वाले को भुला पाना काफी मुश्किल होता हैं. इसी क्रम में विशिष्ट अतिथि अरुण कुमार सिंह ने कहा कि नौकरी में रहते हुए मिश्र ने अपने मृदुल स्वभाव व अपने ईमानदारी पूर्वक कार्यों की बदौलत सबके दिलों पर राज किया. इनके सेवा निवृत्त होने से मन बड़ा दुखी है, लेकिन यह एक प्रक्रिया है. ये नौकरी से सेवा निवृत्त हुए है, हमारे दिलों से नहीं. हमें आशा एवं विश्वास है कि ये अपने जीवन के शेष समय को आप लोगों को इसी तरह मार्ग दर्शन देते रहने का काम करेंगे.
सेवा निवृत मिश्र ने रुंधे गले से कहा कि आप लोगों के बीच इतना प्यार स्नेह मिलता रहा कि 45 वर्ष का यह लम्बा समय कब बीत गया, पता ही नहीं चला. आप सब के मिले इस स्नेह प्यार को सदा जीवन हम याद रखेंगे. कार्यक्रम का शुभारम्भ सेवा निवृत्त मिश्र को फूल माला पहनाकर अंग वस्त्रम, छाता, गीता ,घड़ी आदि उपहार देकर सम्मानित किया गया.
ब्रांच पोस्ट मास्टर अवधेश पांडेय ने गाने के माध्यम से ‘प्यार ही प्यार सबपे लुटावले बानी, जहां भी रही सबके दिल में बसत रही’ गाकर माहौल को और ही हृदयस्पर्शी बना दिया. इस मौके पर प्रमुख रूप से पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष सुनील सिंह, उपेन्द्र कुमार, रवींद्र सिंह, अलीहसन सिद्दकी, विनोद पांडेय, सतीश सिंह, चंद्रिका तिवारी, उमाकांत सिंह, राणा सिंह, उमाकांत सिंह, हरेराम, देवतानंद सिंह, रणविजय सिंह, दिग्विजय सिंह, सजंय सिंह आदि मौजूद रहे. अध्यक्षता चन्द्रमा सिंह ने किया तो संचालन अरुण कुमार सिंह ने. सबके प्रति आभार प्रकट भरत शर्मा किया.