रसड़ा (बलिया)। नोट बंदी के एक माह बाद भी लोगों की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही. बैंको में दिन भर लाइन में खड़े रहने के बावजूद देर शाम निराश होकर लोग खाली हाथ घर वापस लौटने को विवश हैं. एसबीआई रसड़ा में कर्मचारियों की मनमानी से आक्रोशित लोगो ने बैंक के बाहर गेट पर ताला जड़ दिया. सूचना पर पुलिस पहुंचती तब तक लोग नौ दो ग्यारह हो गए.
नगर में एचडीएफसी का एटीएम काम कर रहा है. जिस पर लोगों की सुबह से ही महिलाओं और बुजुर्गों की लंबी लाइनें लग जा रही हैं. बैंकों की कार्यप्रणालियों से भी लोग आक्रोशित हैं. लोगों ने सरकार के साथ साथ बैंकों के काम काज पर भी सवालिया निशान खड़ा करना शुरू कर दिए हैं. लोगों का कहना है कि प्राइवेट बैंक एचडीएफसी का एटीएम चल सकता है तो सरकारी बैंको के एटीएम क्यों नहीं चल रहे हैं? एचडीएफसी एटीएम पर आक्रोशित लोगो को बैंक कर्मचारी समझा बुझा कर शांत भी करा दे रहे हैं.
सरकारी बैंक में एसबीआई रसड़ा में कर्मचारियो की मनमानी से आक्रोशित लोगो ने बैंक के बाहर गेट पर ताला जड़ दिया. सूचना पर पुलिस पहुंचती तब तक लोग नौ दो ग्यारह हो गए. सरकारी बैंक के कर्मचारी भी नोट बंदी का लाभ काला धन को सफ़ेद करके दोनों हाथों से उठा रहे हैं. ऐसा नहीं है कि ये बैंक पेमेंट नहीं कर रहे हैं, सुबह से लाइन में लगे लोग पेमेंट नहीं पा रहे, जबकि देर शाम पिछले दरवाजे से रसूखदारों को एवं कमीशन पर धड़ल्ले से पेमेंट किये जा रहे हैं. लोगो का आक्रोश सरकार के साथ साथ बैंको पर भी फुट रहा है. अगर स्थिति में जल्द सुधर नहीं हुआ तो लोगो का आक्रोश भड़क कर भयावह स्थिति हो सकती है.