

बांसडीह (बलिया)। स्वतन्त्रा आंदोलन के प्रथम शहीद गांधीवादी आंदोलन में अहम् भूमिका निभाने वाले बलिया के प्रथम शहीद पंडित रामदहीन ओझा की स्मृति दिवस पर आज उनकी प्रतिमा पर विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक सगठनों के लोगों ने माल्यापर्ण कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित किया.

इस अवसर पर प्रदेश के पंचायती मंत्री राम गोविन्द चौधरी ने कहा कि सेनानियो के ऋण से कभी उऋण नहीं हुआ जा सकता. वक्ताओं ने कहा कि भावी युवा पीढ़ी को सेनानियों व शहीदों से प्रेरणा लेना होगा, लेकिन वर्तमान युवा पीढ़ी अपने रास्ते से भटक गयी है. सेनानियों के दम पर ही आज हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं. आज सेनानी अगर नहीं होते तो आजादी नहीं मिलती. रघुबर मिश्र, उमाशंकर पाठक, विजयी राम, सदानंद तिवारी, राघवेन्द्र प्रताप सिंह, रामदयाल तिवारी आदि इस मौके पर उपस्थित रहे. कार्यक्रम का सचालन स्मारक समिति के मंत्री प्रतुल कुमार ओझा ने तथा आभार शहीद ओझा जी के पौत्र उपेन्द्र कुमार ओझा ने व्यक्त किया.