


बलिया से पटना के लिए निकल गया राजमहल क्रूज
इस क्रूज पर सवार है 12 विदेशी सैलानी
नरही, बलिया. गंगा के बढ़े हुए पानी में हिचकोले खाते हुए बलिया से पटना के लिए निकल गया राजमहल क्रूज. इस क्रूज पर 12 विदेशी सैलानी सवार हैं. 28 अगस्त को वाराणसी से कोलकाता होते हुए डिब्रूगढ़ के लिए निकला राजमहल क्रूज. बलिया में स्थापित जेट्टी पर नहीं रूका.
केंद्र सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना जल परिवहन को बढ़ावा देने के लिए कोलकाता से वाराणसी तक वातानुकूलित क्रूज का संचालन किया जा रहा है.
इसी के मद्देनजर 13 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गंगा विलास क्रूज को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था. 14 जनवरी को गंगा विलास क्रूज बक्सर के बंगला घाट पर रात्रि विश्राम के बाद 15 जनवरी को डिब्रूगढ़ के लिए रवाना हुआ था. इसके बाद से ही क्रूज का संचालन बंद था.

गंगा के जलस्तर में वृद्धि होते ही कोलकाता से 17 विदेशी सैलानियों को लेकर चला राजमहल क्रूज वाराणसी पहुंचने के बाद 12 विदेशी सैलानियों को लेकर 28 अगस्त को वाराणसी से रवाना हुआ. इस क्रूज़ का अगला पड़ाव वृहस्पतिवार को रात पटना में होगा.
इसके बाद राजमहल क्रूज कोलकाता होते हुए डिब्रूगढ़ तक जाएगा.पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भारतीय अन्तर्देशीय जल मार्ग प्राधिकरण पत्तन पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय भारत सरकार जलमार्ग विकास परियोजना के अन्तर्गत मालवाहक जहाजों वातानुकूलित क्रूज को कोलकाता से वाराणसी तक गंगा नदी में चलाने के लिए जगह जगह गंगा घाटों पर जेट्टी स्थापित किया गया है लेकिन क्रूज के नहीं रुकने से तटवर्ती इलाकों के लोग दूर से ही हाथ हिलाकर सैलानियों का अभिवादन कर रहे हैं.