बलिया। विद्यालय जा रही छात्रा रागिनी दुबे की सरे राह हत्या कर देने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. परिजन किसी अनहोनी को लेकर भयभीत हैं. शुक्रवार को उसकी बड़ी बहन परिवार के सुरक्षा एवं मामले सुनवाई जल्द से जल्द फास्ट ट्रैक कोर्ट में किए जाने की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट परिसर में धरना दिया. समर्थन में कई सामाजिक कार्यकर्ता एवं संस्था प्रमुख शामिल हुए.
जनपद की बांसडीहरोड थाने की बजहां निवासिनी रागिनी दुबे की हत्या में शामिल सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने को लेकर परिवार के लोग दहशतजदा थे. शुक्रवार को बड़ी बहन नेहा दुबे कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचकर अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ धरना पर बैठ गयी. धीरे-धीरे भीड़ बढ़ती जा रही थी. समय की नजाकत को भांपते हुए जिलाधिकारी सुरेन्द्र विक्रम धरना स्थल पर स्वयं पहुंचकर नेहा दुबे से ज्ञापन के प्रति प्राप्त किए और भरोसा दिलाए कि उसके परिवार के साथ कोई भी अनहोनी नहीं होगी तथा उसे इंसाफ मिलेगा.
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उन्होंने यह भी जानकारी दी कि हत्याकांड के दो अन्य आरोपी भी आज कोर्ट में सरेंडर कर दिए हैं. नेहा दुबे ने आशंका जताई है कि भविष्य में आरोपी इस प्रकार की अन्य घटना को भी अंजाम दे सकते हैं. इसलिए सभी आरोपियों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए तथा इस गंभीर मामले की सुनवाई जल्द से जल्द फास्ट ट्रैक कोर्ट से कराई जानी चाहिए. उन्होंने अपने परिवार की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेने की प्रशासन की मांग की है. ज्ञापन की प्रतिलिपि राज्यपाल को भी जिलाधिकारी के माध्यम से प्रेषित की है.
धरना के दौरान उसके समर्थन में शामिल होने वालों में सुनीता पाठक, पूनम पाण्डेय, सागर सिंह राहुल, मधुसूदन श्रीवास्तव, कन्हैया अग्रवाल, राकेश यादव, शैलेश कुमार यादव, राजेश कुमार सिंह, अनंत पाण्डेय, रानू पाठक, प्रिंस सिंह, सनी सिंह, संजय, प्रिंस, अतुल कुमार पाण्डेय आदि है.