बलिया। चर्चित रागिनी हत्याकांड के सभी पांच आरोपी अब पुलिस के गिरफ्त में है. मुख्य दो आरोपी गोरखपुर से गिरफ्तार किए गए थे, जबकि दो अन्य ने गुरुवार को सरेंडर कर दिया. ग्राम प्रधान तथा उसके भतीजे ने एक साथ शुक्रवार को सुबह न्यायालय में सरेंडर किया. इस प्रकार नामजद सभी आरोपी अब पुलिस के गिरफ्त में है.
रागिनी हत्याकांड में बैकफुट पर आ चुकी पुलिस को शुक्रवार को तब एक और झटका लगा, जब फरार चल रहे शेष दोनों हत्यारोपी सीजेएम कोर्ट में सरेंडर कर दिए. न्यायालय ने प्रधान कृपाशंकर तिवारी समेत दोनों हत्यारोपितों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. बांसडीह रोड थाना क्षेत्र के बजहां गांव निवासी जितेंद्र दुबे की बेटी रागिनी (17) की जघन्य हत्या मंगलवार की सुबह कर दी गयी थी. मामले में जितेन्द्र की तहरीर पर पुलिस ने बजहां के प्रधान कृपाशंकर तिवारी, उसके पुत्र प्रिंस तिवारी, भतीजा सोनू तिवारी व नीरज तिवारी तथा राजू यादव के खिलाफ भादवि की धारा 147, 148, 302 व 354 के तहत नामजद केस दर्ज किया है.
रागिनी हत्याकांड से संबंधित अन्य खबरों के लिए कृपया यहां क्लिक या टैप करें
पुलिस ने वारदात के दिन ही मुख्य आरोपी प्रिंस व राजू यादव को गोरखपुर से गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस प्रधान के साथ ही फरार चल रहे तीन आरोपितों की तलाश में जुटी थी. एसपी सुजाता सिंह ने जिले के थानाध्यक्षों तथा स्वॉट टीम को फरार हत्यारोपितों को पकड़ने की जिम्मेदारी सौंपी थी, लेकिन पुलिस के चक्रव्यूह को तोड़ते हुए तीसरा आरोपी नीरज तिवारी गुरुवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया था. बावजूद इसके पुलिस सक्रिय नहीं हुई, लिहाजा छात्रा रागिनी हत्याकांड में आरोपी ग्राम प्रधान कृपाशंकर तिवारी अपने भतीजा सोनू तिवारी के साथ शुक्रवार को न्यायालय में सरेंडर कर दिया. आरोपी न्यायालय तक पहुंच गये, परंतु पुलिस को भनक तक नहीं लगी. जिस प्रकार से आरोपियों ने क्रमशः कोर्ट में सरेंडर किया इससे रागिनी हत्याकांड के प्रति पुलिस की निष्क्रियता उजागर हुई है.