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पीएचसी जगदेवपुर में कनेक्शन की आस में लगा ट्रांसफार्मर
रतसर (बलिया)। सरकार की योजनाओं को अमली- जामा पहनाने में विद्युत विभाग कितना तरजीह दे रहा है इसकी बानगी देखने को मिलेगी नया प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जगदेवपुर में लगा25 केवीए का ट्रांसफॉर्मर अपनी बदहाली पर आँसू बहा रहा है, जबकि सूबे के विद्युत मन्त्री इस जनपद के प्रभारी मन्त्री है.
बताते चलें कि चार माह पहले इस स्वास्थ्य केन्द्र का ट्रांसफॉर्मर जल गया था. बार-बार विभाग की गणेश परिक्रमा करने के बाद येन – केन प्रकारेण 15 दिन पहले विभाग ने ट्रांसफॉर्मर लगवा दिया और उसके कर्मचारी यह कहकर चले गए कि 24 घंटे बाद ही विद्युत सप्लाई बहाल की जाएगी. लेकिन हफ्ता गुजरने के बाद जब कनेक्शन नहीं दिया गया. मजबूर हो कर 9 अक्टूबर को लिखित शिकायत विद्युत उपकेन्द्र रतसर पर की गई.
बावजूद इसके खबर लिखे जाने तक शिकायत पंजिका का अवलोकन तक नहीं किया गया. पुन: 13 अक्टूबर को दोबारा लिखित शिकायत की गई. खबर लिखे जाने तक अस्पताल में विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं की जा सकी है. जबकि केन्द्र सरकार की राष्ट्रीय योजना मिशन इन्द्रधनुष का टीकाकरण कार्यक्रम चल रहा है और जीवन रक्षक दवाइयाँ खराब होने के कगार पर हैं. प्रा. स्वा. केन्द्र के पर्यवेक्षक धनेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि विभाग का चक्कर लगाते-लगाते परेशान हो गए हैं. इस कारण अस्पताल कर्मी और मरीज दोनों भीषण गर्मी के मौसम में बेहाल हैं. विद्युत विभाग की इस घोर लापरवाही के कारण जनता में बेहद आक्रोश है.
खरौनी में पिछले दो-तीन महीने से 11 हजार वोल्टेज का टूटे हुए पोल से बिजली की सप्लाई दी जा रही है. टूटे पोल के नीचे सब्जी का बाजार लगता है. विभाग में दो बार लिखित और एक बार टॉल फ्री नंबर पर शिकायत करने के बाद भी विभाग किसी बड़े दुर्घटना का इन्तजार कर रहा है – निर्भय विक्रम बहादुर सिंह