
बलिया। सरकार बदलने के बाद भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश बनाने की बात शुरु हुई. लेकिन अभी इसका असर कुछ विभागों में नही दिख रहा है. बोर्ड परीक्षा को नकल मुक्त कराने कराने के लिए प्रशासन ने कमर कस लिया है. वही आईटीआई में आज पुरानी स्थिति ही बहाल है. अभी परीक्षा तो शुरू नहीं हुआ है. लेकिन प्रयोगात्मक परीक्षा जिस तरीका से कराया जा रहा है, उससे यही प्रतित हो रहा है कि इस तरफ प्रशासन का रवैया ठीक नही है. प्रयोगात्मक परीक्षा के लिए दूसरे केन्द्र पर जाकर परीक्षा देने की व्यवस्था की गई है. लेकिन लगभग सभी केन्द्र ने विद्यालय को अपने सादी कापी दे दिया. सभी स्कूल ने खुद अपने विद्यालय पर ही परीक्षा पूर्ण करा रहे हैं. नकल में कोई कमी न हो इसके लिए विभाग के आलाधिकारियों द्वारा व्यवस्था दी गई है. पिछले साल छात्र नेताओं ने इसके खिलाफ आवाज उठाया, तो इस बार प्रधानाचार्य द्वारा एक नई प्रक्रिया शुरु किया गया है. डायरेक्ट सुविधा शुल्क न लेकर जनपद के एक निजी विद्यालय के प्रबन्धक को अवैध वसूली का जिम्मा सौपा गया है. अगले सप्ताह से लिखित परीक्षा भी शुरू हो रहा है. अब देखना यह है कि क्या नकल करने वालों की चांदी रहेगी या सरकार का नकल मुक्त प्रदेश बनाने का सपना यहा भी पूरा होगा.