सपा का सिकंदरपुर में पूर्व मंत्री मोहम्मद जियाउद्दीन रिजवी के नेतृत्व में धरना-प्रदर्शन
सिकंदरपुर(बलिया)। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सिकंदरपुर विधानसभा अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिकंदरपुर, खेजुरी एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बागुड़ी नवानगर सहित समस्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सकों एवं दवा के अभाव तथा व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ समाजवादी पार्टी ने पूर्व मंत्री मोहम्मद जियाउद्दीन रिजवी के नेतृत्व में सीएचसी के समीप विशाल धरना प्रदर्शन किया. धरना प्रदर्शन के मुख्य अतिथि नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी रहे.
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इस अवसर पर सपा नेताओं ने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि पूर्व की सरकार में यहां की व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित हो रही थी. स्थानीय सीएचसी पर हृदय रोग विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ, महिला रोग विशेषज्ञ, दंत रोग विशेषज्ञ सहित 8 से अधिक डॉक्टरों की तैनाती की गई थी. निःशुल्क दवाओं का वितरण होता था. कुत्ता काटने तथा सर्प काटने पर इंजेक्शन की व्यवस्था रहती थी.
सपा सरकार के द्वारा विधायक निधि से बिजली एवं अलग ट्रांसफार्मर, बड़ा जनरेटर उपलब्ध कराया गया था. प्रांगण में इंटरलॉकिंग, सोलर लाइट एवं आरो प्लांट की स्थापना के साथ ही रोगी आश्रय स्थल का निर्माण भी कराया गया था. पूर्व सपा की सरकार के द्वारा ही महिलाओं की सुविधा के लिए मेटरनिटी विंग भी स्वीकृत करा दिया गया था. लेकिन जब से भारतीय जनता पार्टी की सरकार आई है, यहां की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. भ्रष्टाचार ने अपना पांव पसार लिया है. पार्टी के प्रमुख कार्यकर्ता क्षेत्रीय विधायक के इशारे पर यहां दलाली का धंधा करते हैं. जिससे जनता का शोषण हो रहा है. वर्तमान में 3 चिकित्सक सिकंदरपुर में एवं दो बघुड़ी में कार्यरत हैं. बड़ी संख्या में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर डॉक्टर एवं दवाओं का अभाव है. समाजवादी पार्टी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी बलिया व उपजिलाधिकारी सिकंदरपुर को संबोधित 17 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा. जिसमें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिकंदरपुर एवं खेजुरी में विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती, एंबुलेंस, दलालों के अस्पताल में प्रवेश पर रोक, कमीशन की दवा न लिखने, वार्ड बॉय की संख्या को बढ़ाने, एक्सरे प्लेट उपलब्ध कराने, एक्सरे मशीन का संचालन सुनिश्चित कराने, मेटरनिटी विंग का निर्माण शीघ्र कराने आदि की मांग का उल्लेख था. इस दौरान धरना सभा को मुख्य रूप से नारद राय, गोरख पासवान, जयप्रकाश अंचल, रमाशंकर विद्यार्थी, रामजी यादव, मुन्नी लाल, अनंत मिश्रा, राम बचन यादव, गुरुज लाल राजभर, अरविंद सहाय, भीम प्रसाद, भीष्म यादव, मनोहर मिश्रा, रवि यादव, जितेश कुमार वर्मा, रोहित कुमार वर्मा आदि ने संबोधित किया.