बलिया। राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उत्तर प्रदेश सरकार उपेंद्र तिवारी ने कहा कि सरकार द्वारा संचालित बहुआयामी व महत्वाकांक्षी योजनाओं का बेहतर ढंग से क्रियान्वन होना चाहिए, ताकि योजनाएं धरातल पर वास्तविक रूप से नजर आएं. उन्होंने कहा इसमें ग्राम प्रधानों की महत्वपूर्ण भूमिका होनी चाहिए. उन्होंने प्रधानों का आह्वान किया कि वे योजनाओं के क्रियान्वयन की निगरानी कर सामाजिक उत्थान में अपना योगदान दें. उन्होंने कहा कि प्रधान सरकार द्वारा संचालित कार्यक्रमों के बारे में ग्रामीणों को न केवल बताएं बल्कि उन्हें योजनाओं का लाभ दिलाने में उनका सहयोग प्रदान करें. राज्यमंत्री आज बापू भवन टाउन हॉल में ग्राम स्वच्छता एवं पोषण समिति के अंतर्गत आयोजित प्रधानों के सम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने सम्मेलन की सराहना करते हुए कहा कि निश्चित रूप से इससे समाज में सकारात्मक व सार्थक संदेश जाएगा. कहा कि जो समाज का हित करता है वही व्यक्ति वास्तव में महान होता है. उन्होंने कहा कि संवादहीनता के कारण कतिपय योजनाओं की जानकारी पात्र लोगों को नहीं हो पाती है, इससे वे लाभ लेने से वंचित रह जाते हैं. इस दृष्टिकोण से भी यह सम्मेलन बहुत महत्वपूर्ण है. इससे प्रधान योजनाओं की जानकारी हासिल कर गरीबों, वंचितों की मदद कर सकेंगे. उन्होंने संकल्प से सिद्धि की ओर, सबका साथ सबका विकास, के नारे को सार्थक करने के लिए कहा. इसके लिए सभी जागरूक लोग जरूरतमंद लोगों की भलाई के लिए आगे आएं. प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री द्वारा जनहित में चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि योजनाओं को पूरी पारदर्शिता के साथ लागू किया जाए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना से भारी संख्या में लोग लाभान्वित होंगे.
उन्होंने कहा कि राशन वितरण प्रणाली को और अधिक सुदृढ़ करने की आवश्यकता है. कहा कि पेंशन योजनाओं का लाभ लेने के लिए सभी पात्र लोग ऑनलाइन आवेदन करें. उन्होंने कहा कि गरीबों की सेवा करना सबसे बड़ा धर्म है. उन्होंने कहा कि बलिया हर क्षेत्र में अग्रणी रहा है. 2 अक्टूबर 2018 तक पूरे जिले को ओडीएफ (खुले में शौच मुक्त )करने में भी आगे रहना चाहिए.
उन्होंने कहा कि प्रधान विकास योजनाओं की पहरेदारी कर सामाजिक उत्थान में अपना योगदान करें तथा बिना किसी भेदभाव के सभी पात्र लोगों को योजनाओं का लाभ दिलाने में मदद करें.
विधायक आनंद स्वरूप शुक्ला ने कहा कि स्वराज का मूल आधार ग्राम पंचायतें हैं. उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद व अंत्योदय के सपने को साकार करना हम सब की जिम्मेदारी है. कहा कि सम्मेलन से समाज में अच्छा संदेश जाएगा. सरकार हर क्षेत्र में उल्लेखनीय व उत्कृष्ट कार्य कर रही है. जिलाधिकारी सुरेंद्र विक्रम ने जिले में संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि 14वें वित्त आयोग का 11 करोड़ रुपया 518 ग्राम पंचायतों में भेजा गया है, और उन्नीस करोड़ रुपया ग्राम पंचायतों में पहले से उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि पेन्शन व छात्रवृत्ति की समस्त धनराशि लाभार्थियो को भेजी जा चुकी है .बलिया को स्वच्छ व सुंदर प्रशासन देना है, और 2 अक्टूबर 2018 तक पूरी तरह से जिले को ओडीएफ करना है,कहा कि पर्यावरण संरक्षण व स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है. कोई परिवार कुपोषण की स्थिति में आता है तो प्रधान 5000/- की धनराशि उस परिवार की मदद करने में खर्च कर सकते हैं, और उसे प्रियासॉफ्ट में अपलोड करना जरूरी है. स्वच्छता समिति अब राजस्व गांववार बनेगी. उन्होंने कहा कि स्वच्छता समिति का 29 लाख रुपया अभी भी गांवों में पड़ा है. कार्य योजना बनाकर इसे व्यय किया जाए. कार्य योजना बनाकर प्रधान सफाई का विशेष अभियान चला सकते हैं. जननी सुरक्षा योजना का जिक्र करते हुये उन्होने कहा कि प्रधान गर्भवती महिलाओं के खाते खुलवा दे, आधार कार्ड बनवाने में मदद करें. कहा कि मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना बहुत अच्छी तरीके से संचालित करना है, इस योजना में लाभार्थियो की चयन प्रक्रिया के बारे में उन्होंने जानकारी दी. उन्होंने कहा कि गांव के सेक्रेटरी वित्तीय अभिलेख दुरुस्त करें और प्रधान हैंडपंपों की मरम्मत समय से करा लें. मुख्य विकास अधिकारी श्री संतोष कुमार ने बताया कि ब्लॉकवार प्रधानों की उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित की जायेगी. मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने स्वास्थ्य संबंधी चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी. प्रधान संघ के अध्यक्ष सहित अन्य प्रधानो व अधिकारियों ने सम्मेलन को संबोधित किया. इस अवसर पर एडीएम मनोज सिंघल सहित अन्य प्रमुख अधिकारी जनप्रतिनिधि व भारी संख्या में प्रधान उपस्थित थे.